विधानसभा चुनाव 2024: जम्मू-कश्मीर में कल 25 सितंबर को दूसरे चरण का मतदान, 26 सीटों पर डाले जाएंगे वोट
- सोमवार को 26 सीटों पर थमा चुनावी शोर
- दूसरे चरण में दिग्गज कर्रा,रैना, अब्दुल्ला,बुखारी चुनावी मैदान में
डिजिटल डेस्क, राजौरी। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण का मतदान कल बुधवार 25 सितंबर को होगा। दूसरे चरण में जम्मू कश्मीर की पांच जिलों की 26 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। वोटिंग होने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई। बीते दिन सोमवार को इन 26 सीटों पर चुनावी शोर थम गया था।
दूसरे दौर में केंद्र शासित प्रदेश की 26 सीटों पर कुल 239 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। जिन जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग होनी है, उनमें रियासी, राजोरी और पुंछ जिले के साथ-साथ कश्मीर घाटी के श्रीनगर और बडगाम जिले शामिल है। आपको बता दें जम्मू कश्मीर में पहले चरण का मतदान 18 सितंबर हुई, इसमें जम्मू कश्मीर की 24 सीटों के लिए वोट डाले गए थे। मतदान में करीब 61.38 फीसदी लोगों ने हिस्सा लिया था।
आपको बता दें सेंकड फेज में जिस चेहरों के भाग्य का फैसला होना हैं उनमें पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना, जम्मू कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हामीद कर्रा और अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी जैसे कई दिग्गज नेता शामिल हैं।
तारिक हमीद कर्रा
श्रीनगर में एक विधानसभा सीट सेंट्रल शालतेंग से जम्मू कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा चुनावी मैदान में हैं। कर्रा श्रीनगर सीट से लोकसभा सांसद रह चुके हैं। तारिक हमीद ने 2014 के चुनाव में पीडीपी के टिकट पर चुनाव लड़कर नेकां के फारूक अब्दुल्ला को हराया था।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष रवींद्र रैना
बीजेपी प्रत्याशी रवींद्र रैना राजोरी जिले की नौशेरा सीट से चुनावी मैदान में है। उनके सामने नेकां-कांग्रेस गठबंधन ने पूर्व एमएलसी सुरिंदर चौधरी को उतारा है। चौधरी की गिनती कभी महबूबा मुफ्ती के करीबियों में होती थी, चौधरी पीडीपी और बीजेपी से होते हुए एनसी में पहुंचे। पीडीपी ने नौशेरा सीट पर एडवोकेट हक नवाज को अपना प्रत्याशी बनाया बै। 2014 के विधानसभा चुनाव में में नौशेरा से बीजेपी के रवींद्र रैना की जीत हुई।
उमर अब्दुल्ला
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला इस बार दो विधानसभा सीटों- बडगाम और गांदरबल से चुनाव लड़ रहे है। उमर अब्दुल्ला 2008 से 2014 तक गांदरबल सीट से विधायक रहे। यह सीट नेकां का गढ़ मानी जाती रही है। पूर्व सीएम के चुनावी मैदान में होने से ये दोनों सीट चर्चा में बनी हुई है। लोकसभा चुनाव में कश्मीर की बारामुला सीट से अब्दुल्ला ने चुनाव लड़ा था लेकिन संसदीय चुनाव में उनकी हार हो गई। उमर को आतंकी फंडिंग के आरोप में जेल में बंद रहे इंजीनियर रशीद ने लोकसभा चुनाव में मात दी थी।
बडगाम में पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला के सामने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के आगा सैयद मुंतजिर मेहदी चुनावी रण में उतरे हुए है। मेहदी शिया धर्मगुरु और हुर्रियत नेता आगा सैयद हसन मोसावी के बेटे हैं वो नेकां सांसद आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी के चचेरे भाई भी हैं। बडगाम में आगा परिवार का शिया मुसलमानों पर काफी प्रभुत्तव माना जाता है, जो मतदाताओं का करीब 40 प्रतिशत हैं, जबकि शेष सुन्नी मुसलमान हैं। गांदरबल में पूर्व सीएम का सामना पीडीपी से बशीर अहमद मीर और नेशनल पैंथर्स पार्टी (भीम) के अब्दुल रशीद गनी हैं। 2014 में गांदरबल में नेकां के शफक अहमद शेख की जीत हुई थी।
अल्ताफ बुखारी
श्रीनगर जिले की चनपोरा सीट से जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी चुनावी मैदान में है। बुखारी के खिलाफ नेकां के मुश्ताक गुरू, पीडीपी के मोहम्मद इकबाल ट्रंबू, बीजेपी के हिलाल अहमद वानी चुनावी रण हैं। अल्ताफ बुखारी दूसरे दौर में सबसे अमीर कैंडिडेंट हैं।