मधुमिता शुक्ला हत्याकांड मामले में सजा काट रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी हुए रिहा, 16 साल बाद मिली कोर्ट से राहत
- कवियत्री मधुमति शुक्ला हत्या मामले में हुई थी सजा
- मधुमणि त्रिपाठी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी दया याचिका
- अच्छे आचरण के चलते सजा हुई कम
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी के फेमस मधुमिता हत्याकांड में सजा काट रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी जेल से रिहा हो गए हैं। दोनों दंपति पिछले 20 साल से सजा काट रहे थे। जेल में उनके अच्छे आचरण की वजह से सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उनको समय से पहले ही रिहा कर दिया गया। पूर्व मंत्री की रिहाई पर उनके समर्थकों में भारी खुशी का माहौल। जैसे ही उनकी रिहाई का सूचना समर्थकों को मिली वह अमरमणि के नौतनवां कस्बे में स्थित आवास पर एकत्रित हो गए और ढोल बजाकर इसका जश्न मनाने लगे।
गौरतलब है कि अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को कवियत्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के आरोप में दोषी मानते हुए देहरादून की विशेष अदालत ने अजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। अप्रैल 2023 में मधुमति की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दया याचिका दायर की गई थी। जिस पर कोर्ट ने पिछले साल 21 नवंबर उनकी रिहाई का आदेश दिया था। लेकिन कोर्ट का आदेश न मिलने के बाद भी जब रिहाई नहीं हुई तो मधुमणि ने सुप्रीम कोर्ट अवमानना का वाद दायर किया। जिसके बाद यूपी के कारागार प्रशासन ने मधुमनि और अमरमणि को जेल से रिहा करने का आदेश जारी किया है।
त्रिपाठी दंपति की रिहाई के बाद उनके बेटे अमनमणि की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि "यह ऊपरवाले का आशीर्वाद है। 20 साल से हम अपने माता-पिता के लिए इसका इंतजार कर रहे थे। आज वह घड़ी आ गई है। मैं और मेरा परिवार सभी बहुत खुश हैं। हर कोई खुश है, इसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है।"
बता दें कि कवियत्री मधुमिता शुक्ला की 9 मई 2003 को लखनऊ की पेपर मिल कॉलोनी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिस समय उनकी हत्या हुई वह गर्भवती थीं। इसके बाद अमरमणि त्रिपाठी को उनकी हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोप था कि अमरमणि मधुमिता के साथ कथित तौर पर रिश्ते में थे। मामले की जांच कर रही सीबीआई को अमरमणि के खिलाफ कई सबूत भी मिले थे। देहरादून की विशेष अदालत ने साल 2007 में त्रिपाठी दंपति को हत्या का दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जिसके बाद नैनीताल और सुप्रीम कोर्ट ने भी उनका सजा को बरकरार रखा था।
बीजेपी सरकार में रहे हैं मंत्री
अमरमणि त्रिपाठी राजनाथ सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वह यूपी के महाराजगंज जिले की लक्ष्मीपुर विधानसभा सीट से विधायक के रूप निर्वाचित हुए थे। इसके बाद वह मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान वह सपा में थे और फिर वह बसपा में चले गए।