सैक्स स्कैंडल: विदेश मंत्रालय ने प्रज्वल को भेजा कारण बताओ नोटिस, राजनयिक पासपोर्ट रद्द न करने का पूछा कारण
- प्रज्वल रेवन्ना की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
- रेवन्ना का पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया शुरू
- एसआईटी पहले ही ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर चुकी है
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने जेडीएस के निलंबित सांसद प्रज्वल रेवन्ना को कारण बताओ नोटिस भेजकर पूछा है कि उनके खिलाफ यौन शोषण के आरोपों के मद्देनजर उनका राजनयिक पासपोर्ट क्यों न रद्द कर दिया जाये। विदेश मंत्रालय ने ईमेल के जरिए नोटिस भेजा है। सैक्स स्कैंडल के आरोप में हसन सांसद रेवन्ना ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होने के एक दिन बाद ही 27 अप्रैल को भारत छोड़ दिया था। बुधवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के लिए पत्र लिखा था। पत्र में उन्होंने त्वरित एवं आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया था।
कर्नाटक सरकार ने हाल में केंद्र की मोदी सरकार से आग्रह करते हुए रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की थी। यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए मुकदमा दर्ज होने के भनक से पहले ही रेवन्ना राजनयिक पासपोर्ट पर जर्मनी फरार हो गया था। सूत्रों ने बताया कि प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। और विदेश मंत्रालय ने ईमेल के जरिए रेवन्ना को कारण बताओ नोटिस भेजा है।
सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। कर्नाटक सरकार ने प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट रद्द करने का अनुरोध किया है। आने वाले समय में रेवन्ना की मुश्किलें और बढ़ सकती है। विदेश मंत्रालय के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मंत्रालय प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर कार्रवाई कर रहा है। विदेश मंत्रालय पासपोर्ट अधिनियम 1967 के प्रावधानों के साथ-साथ प्रज्वल रेवन्ना के राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर रहा है। यदि पासपोर्ट रद्द हो जाता है, तो उसका विदेश में रहना अवैध होगा। इससे जिस देश में वह रह रहा है, वहां के संबंधित अधिकारियों द्वारा उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
आपको बता दें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना पर सामूहिक यौन शोषण के आरोप लगे है। जेडीएस और बीजेपी एक साथ लोकसभा चुनाव लड़ रहे है। इसलिए रेवन्ना के बहाने कांग्रेस जेडीएस के साथ साथ बीजेपी पर भी निशाना साध रहा है। मामले को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। कर्नाटक सरकार ने यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित एसआईटी की अपील पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है, लेकिन अभी तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिली है।