जम्मू-कश्मीर: इलेक्शन कमीशन ने की जम्मू कश्मीर में चुनावी तैयारियों की समीक्षा, राजनीतिक पार्टियों के साथ शुरू किया परामर्श
- घाटी में चुनाव कराने की तैयारी
- पार्टियों के साथ ईसी का परामर्श
- आम चुनाव की तैयारियों की समीक्षा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय निर्वाचन आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक दलों के साथ परामर्श शुरू किया। जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर सोमवार को यहां पहुंचे मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और निर्वाचन आयोग के अन्य अधिकारियों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के विभिन्न प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि राजनीतिक दलों के साथ बैठक के बाद निर्वाचन आयोग जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ चुनावी तैयारियों की विस्तृत समीक्षा करेगा। इसके बाद में शाम को निर्वाचन आयोग के अधिकारी जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पीके पोल और राज्य पुलिस के नोडल अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे।
सरकारी न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा के मुताबिक नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे पार्टी नेता नासिर असलम वानी ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग को लोकसभा चुनावों के साथ जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
वानी ने कहा हमने आयोग को बताया कि 10 साल हो गए हैं, जब जम्मू-कश्मीर के लोग अपने लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित हैं। आयोग ने हमें धैर्यपूर्वक सुना। वानी ने ईसी से आगे कहा 10 साल से जम्मू-कश्मीर के लोग अपने लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित किये गये हैं। आयोग ने हमारी बातें धैर्यपूर्वक सुनीं।
पीडीपी नेता गुलाम नबी लोन हंजुरा ने कहा कि उनकी पार्टी ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ कराने की वकालत की। बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से कहा इस पर अब निर्वाचन आयोग को फैसला करना है।