लोकसभा चुनाव 2024: बीजेपी नेताओं की अनुशासनात्मक कार्रवाई पर पलटवार करते हुए पूर्व सीएम ईश्वरप्पा ने कहा मेरा किसी पार्टी से नाता नहीं
- 2018 के विधानसभा चुनाव में 6.41 करोड़ से अधिक की संपत्ति
- ईश्वरप्पा के पास है इतनी संपत्ति कैसे बढ़ी
- अमित शाह के खास ईश्वरप्पा ने निर्दलीय भरा नामांकन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने शिवमोग्गा लोकसभा सीट से निर्दलीय तौर पर नामांकन दाखिल किया है। अपनी ही पार्टी के खिलाफ चुनावी मैदान में ताल ठोकने से उनके तमाम बीजेपी नेता उन पर हमलावर है। बीते दिन कर्नाटक बीजेपी इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने उन पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष विजयेंद्र की चेतावनी पर निर्दलीय उम्मीदवार के एस ईश्वरप्पा ने एक दिन बाद पलटवार करते हुए कहा उन पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं कर सकता, क्योंकि वो अब किसी पार्टी से संबद्ध नहीं हैं।
आपको बता दें ईश्वरप्पा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेहद खास नेताओं में शामिल रहे हैं और जब वह बागी हुए तो गृहमंत्री ने भी उनसे बात कर समाधान का आश्वासन दिया था। खबरों के मुताबिक शाह ने ईश्वरप्पा से निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ने की अपील की थी। लेकिन बताया जा रहा है कि ईश्वरप्पा ने शाह की बात भी नहीं मानी ।
हालांकि निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दाखिल उनके नामांकन में लगाए गए हलफनामे में जिस संपत्ति का खुलासा किया है वह चौंकाने वाली है।कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री के.एस. ईश्वरप्पा की महज 6 सालों में संपत्ति चार गुना बढ़ गई है। उनके हलफनामे के मुताबिक वह 26.63 करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं। जबकि 2018 के विधानसभा चुनाव में ईश्वरप्पा की संपत्ति 6.41 करोड़ थी।
77 वर्षीय के.एस. ईश्वरप्पा ने पिछले छह वर्षों में इतनी संपत्तियां इकट्ठी की है। एबीपी न्यूज के मुताबिक उन्होंने बेंगलुरु में दो वाणिज्यिक संपत्तियां खरीदी हैं। वह और उनके बेटे के.ई. कांतेश ने संयुक्त रूप से 2019 में जयनगर, बेंगलुरु में 4,000 वर्ग फुट की एक वाणिज्यिक संपत्ति खरी। संपत्ति का वर्तमान बाजार मूल्य ₹7.5 करोड़ रुपये बताया गया है। पिता-पुत्र की जोड़ी ने 2021 में कुमारा पार्क में एक और व्यावसायिक संपत्ति खरीदी है। संपत्ति में ईश्वरप्पा की हिस्सेदारी 25% है, और इसका वर्तमान बाजार मूल्य ₹3.75 करोड़ है।
हलफनामा के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2022-23 में उनकी वार्षिक आय ₹98.92 लाख थी,जबकि वर्ष 2016-17 में उनकी वार्षिक आय ₹21.99 लाख थी। उन पर ₹5.87 करोड़ की देनदारियां हैं। उनकी पत्नी जयलक्ष्मी के पास ₹6.87 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। पूर्व मंत्री के पास कोई वाहन नहीं है।