जल्द ही होगा बिहार में कैबिनेट विस्तार! आरजेडी और कांग्रेस के बड़े नेताओं को मिल सकती है मंत्रिमंडल में जगह

जल्द ही होगा बिहार में कैबिनेट विस्तार!

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-24 16:01 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पिछले कुछ दिनों से अटकलों का बाजार गर्म हैं, लेकिन अभी तक राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बात की पुष्टि नहीं की है कि वे कब तक अपने मंत्रीमंडल का विस्तार करेंगें। वर्तमान में नीतीश की कैबिनेट में 31 मंत्री हैं। साथ ही, अब पांच और नए मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। सीएम नीतीश ने पिछले दिनों ही कैबिनेट विस्तार को लेकर राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। वहीं, शनिवार को लालू प्रसाद के आवास पर बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान भी मिलने पहुंचे थे। इसके बाद से ही बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। 

इससे पहले 23 जून को जब बिहार में विपक्षी दलों की बैठक हुई थी, तब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने पार्टी नेता राहुल गांधी से सीएम नीतीश की कैबिनेट में दो और मंत्री बनाए जाने की सिफारिश रखी थी। इसके बाद राहुल गांधी ने इस बात को लेकर नीतीश कुमार से बात की। बता दें कि, वर्तमान में नीतीश की कैबिनेट में कांग्रेस से 2 मंत्री शामिल हैं। 

महागठबंधन में मौजूदा मंत्रिमंडल की स्थिति

243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में कुल 15 फीसदी यानी कि मुख्यमंत्री समेत कुल 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं। हालांकि, वर्तमान समय में नीतीश सरकार की कैबिनेट में 15 मंत्री आरजेडी कोटे से हैं, वहीं सीएम नीतीश की पार्टी जदयू से 13 मंत्री हैं। इसके अलावा 2 मंत्री कांग्रेस से और एक मंत्री सुमित सिंह निर्दलीय है। इस हिसाब से देखें तो इस समय बिहार सरकार में कुल 31 मंत्री हैं। मतलब अभी राज्य में पांच और नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। 

बिहार में मंत्री बनने की रेस जारी

पिछले साल 10 अगस्त को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ सरकार बनाई। हालांकि, उस दिन नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शपथ ली थी। इसके बाद 16 अगस्त को राज्य में सीएम नीतीश ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। इस दिन कुल 31 मंत्रियों ने शपथ लिया था। इसमें राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव की पार्टी से 16, जेडीयू के 11, कांग्रेस के 2, हम के 1 और एक निर्दलीय विधायक शामिल थे। लेकिन अगले ही दिन बिहार में कानून मंत्री कार्तिक कुमार को लेकर विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, कार्तिक कुमार पर एक अपहरण मामले में पहले से वे आरोपी होने के चलते उन्हें नीतीश कुमार की कैबिनेट से बाहर कर दिया गया। इसके बाद नीतीश कुमार ने 30 अगस्त को कार्तिक को गन्ना उद्योग विभाग दे दिया गया। नीतीश की कैबिनेट में दूसरा नेता भी आरजेडी खेमे से ही इस्तीफा दिया।

आरजेडी की ओर से कृषि मंत्री सुधार सिंह ने पिछले साल 2 अक्टूबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने से पहले वे लगातार सीएम नीतीश और सरकार पर हमलावर थे। सुधाकर सिंह के बायन के चलते आरजेडी और जेडीयू के बीच सरकार बनने के दो-तीन माह बाद ही दरार पैदा होना शुरू हो गई थी। आरजेडी कोटे के मंत्रियों का पद पिछले आठ-नौं महीने से खाली है। इसके बाद पिछले माह ही विपक्षी एकता बैठक से ठीक पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे और हम पार्टी के अध्यक्ष संतोष सुमन मांझी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके जगह पर सीएम नीतीश ने अपने ही पार्टी के नेता को यह पद सौंप दिया। 

आरजेडी के दो नेताओं के नाम सुर्खियों में

नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल में जिन पांच नए मंत्रियों को जोड़ा जाना है। इनमें आरजेडी कोटे से आने वाले दो नेताओं के नाम सबसे टॉप पर हैं। इसमें पहला नाम मोकामा से विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी और दूसरा नाम नवीनगर से विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस पार्टी की ओर से भी दो नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह देने की बात कही जा रही है। इनमें महाराजगंज से विधायक विजय शंकर दुबे और भागलपुर से विधायक अजीत शर्मा का नाम शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, इन दोनों नेताओं में से किसी एक को सवर्ण कोटा के तहत मंत्री बनाने जाने की अटकलें भी जोरों-शोरों पर है। 

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