NEET पेपर लीक मामला: बीजेपी शासित राज्य बने पेपर लीक का एपिसेंंटर- राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर किया बड़ा हमला, जल्द होगा 'आप' का धरना

  • देश में गमरमा रहा नीट-यूजी 2024 परीक्षा का मामला
  • कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
  • सड़को पर धरना देगी आम आदमी पार्टी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-18 09:36 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में बीत कुछ दिनों से नीट-यूजी 2024 परीक्षा में पेपर लीक मामले को लेकर बवाल मच रहा है। इसे लेकर केंद्र सरकार पर विपक्ष जमकर हमलावर है। इस बीच रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र की एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला है। राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि जिस भी राज्य में भाजपा सरकार है। वो राज्य पेपर लीक का एपिसेंटर बन गया है।

राहुल गांधी ने किया ट्वीट 

इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, "NEET परीक्षा में 24 लाख से अधिक छात्रों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ पर भी नरेंद्र मोदी हमेशा की तरह मौन धारण किए हुए हैं।" राहुल ने आगे लिखा, "बिहार, गुजरात और हरियाणा में हुई गिरफ्तारियों से साफ है कि परीक्षा में योजनाबद्ध तरीके से संगठित भ्रष्टाचार हुआ है और ये भाजपा शासित राज्य पेपर लीक का एपिसेंटर बन चुके हैं।"

कांग्रेस नेता ने लिखा, "हमारे न्यायपत्र में पेपर लीक के विरुद्ध सख्त कानून बना कर युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने की हमने गारंटी दी थी। विपक्ष की ज़िम्मेदारी निभाते हुए हम देश भर के युवाओं की आवाज़ सड़क से संसद तक मज़बूती से उठा कर और सरकार पर दबाव डाल कर ऐसी कठोर नीतियों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

आम आदमी पार्टी करेगी धरना प्रदर्शन

नीट पेपर लीक मामले में देशभर से कई छात्र सड़को पर खुलकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच आम आदमी पार्टी ने भी एग्जाम में हुई धांधली के खिलाफ धरना देने का ऐलान किया है।

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नीट परीक्षा में पेपर लीक मामले में जांच की मांग के संबंध में दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई की थी। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि अगर नीट-यूजी 2024 परीक्षा के आयोजन में किसी भी पक्ष से 0.001 प्रतिश लापरवाही हुई होगी, तब भी उससे पूरी तरह से निपटा जाना चाहिए।

इस मामले की सुनवाई में जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस एसवीएन भट्टी की अवकाशकालीन बेंच ने कहा, "हम सभी जानते हैं कि छात्र विशेष रूप से इन परीक्षाओं की तैयारी करते समय कितना परिश्रम करते हैं. कल्पना कीजिए कि व्यवस्था से धोखाधड़ी करने वाला कोई व्यक्ति चिकित्सक बन जाए. वह समाज के लिए कितना अधिक घातक है।" कोर्ट ने नीट परीक्षा मामले में NTA से 8 जुलाई तक जवाब मांगा है।

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