विधानसभा चुनाव 2023: पांच राज्यों में इलेक्शन को लेकर चुनाव आयोग की बड़ी बैठक, एमपी-राजस्थान में एक फेज तो छत्तीसगढ़ में 2 चरणों में चुनाव कराने की तैयारी, जानिए पूरा अपडेट
- पाचं राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू
- चुनाव आयोग की दिल्ली में अहम बैठक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगले महीने यानी नवंबर और दिसंबर में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर भारतीय चुनाव आयोग ने अपनी कमर कस ली है। चुनावी राज्यों में इलेक्शन कराने के लिए आज यानी 6 अक्टूबर को चुनाव आयोग (ईसी) दिल्ली में अहम बैठक कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पांच राज्यों के चुनाव नवंबर महीने के दूसरे हफ्ते से दिसंबर के पहले हफ्ते में अलग-अलग तारीखों और चरणों में मतदान कराए जा सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक, पिछली बार की तरह इस बार का भी चुनाव हो सकता है यानी राजस्थान, मध्य प्रदेश, मिजोरम और तेलंगाना में एक ही चरण में चुनाव कराए जा सकते हैं। छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव हो सकते हैं। जबकि मतदान की तारीख अलग-अलग हो सकती है। वहीं पांचों राज्यों के मतगणना का समय एक ही तारीख हो सकती है।
चुनाव आयोग की बैठक
दिल्ली में चल रही चुनाव आयोग की बैठक में पांच राज्यों के करीब 900 चुनावी ऑब्जर्वर शामिल हैं। इस बैठक में जनरल ऑब्जर्वर, एक्सपेंडिचर और सिक्योरिटी ऑब्जर्वर भी मौजूद हैं। ये मीटिंग दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में चल रही है, जिसमें मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC)राजीवा कुमार के साथ दोनों चुनाव आयुक्त भी शामिल हैं।
एमपी में नवंबर-दिसंबर में चुनाव संभव
सबकी नजरे मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर पड़ी हुई है क्योंकि इन तीनों राज्यों में सीधे तौर पर बीजेपी और कांग्रेस में नेक टू नेक लड़ाई है। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस साल के अंत में चुनाव हो सकते हैं। प्रदेश की सभी 230 सीटों पर नवंबर महीने 2023 या उससे पहले चुनाव कराने का एलान हो सकता है। एमपी विधानसभा का कार्यकाल 6 जनवरी 2024 को समाप्त होने वाला है।
पिछला चुनाव साल 2018 का बेहद ही रोमांचक भरा रहा था। कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी को सीटों के मामले में मात देते हुए एमपी की गद्दी पर विराजमान हो गई थी। लेकिन मार्च 2020 में पूरा समीकरण बदल गया जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए। जिसकी वजह से कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ गई और एमपी में कांग्रेस सत्ता से दूर हो गई। कमलनाथ के जाने के बाद बीजेपी की ओर से एक बार फिर सत्ता की चाबी शिवराज सरकार ने संभाली।
कांग्रेस पार्टी तीन दशक की परंपरा को करेगी ध्वस्त?
राजस्थान में भी कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं। दोनों ही पार्टियां एक दूसरे को कड़ी टक्कर दे रही हैं। मौजूदा समय में कांग्रेस सत्ता में है जबकि विपक्ष में बैठी बीजेपी दम भर रही है कि इस बार राजस्थान का किला वहीं फतह करेगी। करीब तीन दशक से राजस्थान में सत्ता का परिवर्तन चल रहा है यानी एक बार बीजेपी तो एक बार कांग्रेस, 27 सालों से किसी पार्टी ने एक बार सत्ता में रहकर दुबारा जीत कर सरकार नहीं बना पाई है। बीजेपी को इसी बात का भरोसा है कि अबकी बार उसकी सरकार बनेगी। लेकिन कांग्रेस के दिग्गज नेता और प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत का दावा है कि इस बार कांग्रेस पार्टी करीब तीन दशक की परंपरा को ध्वस्त करके दिखाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि, राजस्थान विधानसभा का कार्यकाल 14 जनवरी 2024 को खत्म होने वाला है। राजस्थान में 200 विधानसभा सीटें हैं।
3 जनवरी 2024 को खत्म होगा छत्तीसगढ़ विधानसभा का कार्यकाल
एमपी और राजस्थान चुनाव की तरह इस साल के अंत मे छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस प्रदेश में विधानसभा की 90 सीटें हैं। मौजूदा समय में कांग्रेस की सरकार है। सीएम भूपेश बघेल के नेतृ्त्व में कांग्रेस सरकार चला रही है। पिछली बार यहां साल 2018 में चुनाव हुए थे। इस प्रदेश के विधानसभा का कार्यकाल 3 जनवरी 2024 को खत्म होगा।
दिसंबर में खत्म होगा मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल
बाकी चार राज्यों की तरह मिजोरम में भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसंबर साल 2023 को खत्म हो रहा है। उसके ठीक पहले प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट ने जीत हासिल की और सरकार बनाने में सफल भी हुई थी। मौजूदा समय में प्रदेश के सीएम जोरमथांगा हैं।