चुनावी प्रक्रिया पर सियासत तेज: EVM की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने को लेकर भाजपा नेता का कांग्रेस पर पलटवार, प्रियंका गांधी को लेकर कही ये बात
- ईवीएम को लेकर विपक्ष की बयानबाजी तेज
- कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा नेता का पलटवार
- कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी को लेकर कही ये बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को लेकर ओडिशा के मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कांग्रेस नेता के ईवीएम की प्रामणिकता और चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े करने पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस खुद संविधान के प्रति अपने आचरण का आकलन करें । सूर्यवंशी ने तंज कसते हुए कहा कि यदि कांग्रेस को चुनावी प्रक्रिया से ज्यादा ऐतराज है तो फिर प्रियंका गांधी वाड्रा को वायनाड से इस्तीफा सौंप देना चाहिए।
सूर्यवंशी सूरज का कांग्रेस पर हमला
सूर्यवंशी सूरज ने कांग्रेस को लेकर अपने बयान में कहा था, "हर कोई जानता है कि सालों से संविधान का अपमान किसने किया है। वे संविधान की बात कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी खुद संविधान का अपमान करती है। अगर उन्हें चुनावी प्रक्रिया से दिक्कत है तो प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड से जीती हैं, उन्हें वहां से इस्तीफा दे देना चाहिए। राहुल गांधी को सभी कांग्रेस सांसदों से इस्तीफा मांगना चाहिए। कांग्रेस पार्टी को यह भी घोषणा करनी चाहिए कि जब तक बैलेट पेपर से चुनाव नहीं होते, वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे।"
दरअसल, कुछ दिनों पहले राहुल गांधी न कांग्रेस की सीडब्लूसी बैठक में ईवीएम और चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। जबकि, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि चुनाव में ईवीएम की जगह पर पारंपरिक बैलेट पेपर से होने चाहिए। इस दौरान उन्होंने यह भी स्पष्ट किया था कि इस मुद्दे में बीच का रास्ता नहीं हो सकता है।
चर्चा में ईवीएम का मुद्दा
बता दें, काफी समय से सियासी गलियारों में विपक्ष की ओर से चुनावी प्रकिया की विश्वसनीयता का मुद्दा उठाया जा रहा है। बीते कुछ सालों में देश की राजनीति में इस मुद्दे को काफी हवा मिली है। ईवीएम को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष आरोप-प्रत्यारोप तेज होता रहा है। हाल ही में आरजेडी चीफ लालू यादव ने ईवीएम की बजाए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की बात रखी थी। उन्होंने कहा था कि अगले साल बिहार में होने वाले अगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के गठबंधन की जीत के साथ सत्ता में वापसी करेगी।