राजस्थान विधानसभा चुनाव-2023: सीएम पद को लेकर अशोक गहलोत का बड़ा बयान, कहा- मैं ये पद छोड़ना चाहता हूं लेकिन ये मुझे नहीं छोड़ रहा ..........
- प्रदेश में होने है विधानसभा चुनाव
- बीजेपी और कांग्रेस के बीच है सीधी चक्कर
- सीएम ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना
डिजिटल डेस्क,जयपुर। राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां आमने-सामने हैं। लेकिन राजस्थान में सीएम की कुर्सी को लेकर खबरें हमेशा ही सुर्खियों पर बनी रहती है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने गुरूवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बात की। कॉन्फ्रेंस में सीएम ने ईडी द्वारा की जा रही छापेमारी पर भी निशाना साधा है। वहीं उन्होंने सीएम पद को लेकर भी बयान दिया।
सीएम पद के सवाल पर बोले गहलोत
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने फिर से सीएम बनने को लेकर पूछे गए सवाल का जबाव देते हुए मजकिया लहजे में कहा,''कांग्रेस में जो सीएम उम्मीदवार होता है वो नहीं बनता। सरकार की स्वास्थ्य योजना के बारे में बताते हुए कहा मैं ये पद छोड़ना चाहता हूं लेकिन ये पद मुझे नहीं छोड़ रहा और छोड़ेगा भी नहीं। कुछ तो बात होगी कि गांधी परिवार मुझ पर विश्वास करता है।''
पायलट के साथ उनके मतभेदों के बारे में पूछे जाने पर, गहलोत ने कहा कि वे एकजुट हैं। उन्होंने ने आगे कहा “मैंने कहा है कि हम एकजुट हैं। जब लोग उनके साथ चले गए (2020 में सचिन पायलट के साथ) और फिर भी उन्हें टिकट मिल रहे हैं, इससे बड़ा उदाहरण मैं क्या दे सकता हूं। मैंने एक भी टिकट का विरोध नहीं किया है। आप समझ सकते हैं कि हमारे मन में सभी के लिए कितना प्यार है।''
राज्य में एंटी इनकमबेंसी नहीं
राजस्थान में एंटीइनकमबेंसी और बड़ी संख्या में टिकिट कटने के सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा,राजस्थान में एंटी इंनकमबेंसी नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि सीएम पर कोई आरोप नहीं है, विधायकों से थोड़ी नराजगी है, भ्रष्टाचार के आरोप हैं। सीएम अशोक गहलोत ने टिकिट कटने के लेकर कहा कि टिकिट तब कटते हैं जब विकल्प हो।
ईडी की कार्रवाई पर उठाए सवाल
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आचार संहिता लागू होने के बाद भी विपक्षी दलों के खिलाफ ईडी द्वारा छापे मारे जा रहे हैं। उन्होंने ईडी द्वारा राहुल गांधी से की गई पूछताछ के बारे में कहा कि मैनें ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई निदेशक से मिलने का वक्त मांगा था। गहलोत ने आगे कहा कि इन संस्थाओं की अलग प्रतिष्ठा है, अब इन पर भरोसा कम हुआ है तो देश को नुकसान होगा।
सीएम गहलोत ने आगे कहा, जहां चुनाव आते हैं वहीं ईडी पहले पंहुच जाती है। जांच एजेंसियों की विश्वसनीयता समाप्त हो रही है। सही कार्रवाई हो तो स्वागत लेकिन इशारों पर कार्रवाई होती है। ईडी वाले कहते हैं कि "हम आधे घंटे में आने वाले हैं, आप देख लीजिए"।