हरियाणा सियासत: नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री पद सौंपने से नाराज हैं अनिल विज, पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर बोले- 'वह जल्द मान जाएंगे'
- नायब सिंह से नाराज हैं अनिल विज
- जल्द मान जाएंगे- पूर्व सीएम खट्टर
- हरियाणा को मंगलवार को मिला नया मुख्यमंत्री
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा में मंगलवार को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हुआ। हालांकि, इस दौरान बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री अनिल विज मौजूद नहीं रहे। वह नायब सिंह सैनी से नाराज बताए जा रहे हैं। अनिल विज के नाराज होने पर पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वह पार्टी के सीनियर नेता है। वह कभी कभी नाराज हो जाते हैं। लेकिन वह जल्द मान भी जाते हैं।
मनोहर लाल खट्टर ने कहा, "हम लोग उनसे (अनिल विज) से बात करेंगे। इसके अलावा नए सीएम भी उनसे बात करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, "भाजपा ने पहले से ही 10 की 10 सीटें जीती थीं। JJP नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व से बात की होगी। आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं है लेकिन उन्होंने(JJP) फैसला किया है कि वे लोकसभा सीटों पर अलग से चुनाव लड़ेंगे और तदनुसार निर्णय किए गए हैं।''
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में नए सीएम बने हैं। लोकसभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में यह निर्णय लिया गया है कि हरियाणा में भी नए सीएम को लाया जाए। विधायक दल की बैठक में नायब सिंह सैनी को सीएम के तौर प्रस्ताव रखा गया। जिसमें विधायकों ने हामी भरी। मनोहर लाल खट्टर ने आगे कहा कि मैं काफी निश्चिंत हूं। केंद्रीय नेतृत्व ने नई जिम्मेदारी देने के लिए बोला है। संसदीय दल इसका निर्णय लेगी।
कौन हैं नायब सिंह?
नायब सिंह का बीजेपी से बहुत पुराना रिश्ता है। साल 2002 में नायब सिंह बतौर कार्यकर्ता बीजेपी से जुड़े थे। वह पार्टी में जिला प्रधान समेत कई अन्य पदों पर रहे हैं। साल 2014 में हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनने के दौरान भी नायब सिंह पार्टी की ओर से विधायक बनकर सदन पहुंचे थे। इसके बाद वह साल 2019 में कुरुक्षेत्र से लोकसभा चुनाव में जीते थे।
25 जनवरी, 1970 के दिन अंबाला के मीजापुर माजरा गांव में जन्मे 54 वर्षीय नायब सिंह सैनी की छवि स्थानीय नेता के साथ-साथ राज्य की सियासत में उनकी पकड़ काफी अच्छी मानी जाती है। मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई की है। वह किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। साथ ही, उन्होंने मुज़फ़्फ़रपुर (बिहार) के बी.आर.अम्बेडकर बिहार यूनिवर्सिटी से भी शिक्षा हासिल की।
RSS के बड़े नेता हैं नायब सिंह
आरएसएस नेता नायब सिंह सैनी 1996 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत में बीजेपी संगठन से जुड़े थे। साल 2000 तक उन्होंने केवल संगठन में अपनी सेवा दी। इस दौरान वे संगठन के अलग-अलग पदों पर भी रहे। साल 2002 में नायब सिंह सैनी को अंबाला का युवा विंग का जिला महासचिव बनाया गया। 2005 में उनके काम को देखते हुए पार्टी ने सैनी को अंबाला का जिला अध्यक्ष बनाया। इसके बाद उन्होंने 2014 में विधानसभा चुनाव लड़ा। चुनाव जीतने के बाद उन्हें साल 2016 में हरियाणा सरकार में श्रम-रोजगार मंत्री बनाया गया।