Pawar's की पॉलिटिक्स: बीजेपी में जाकर भी अकेले पड़े अजित पवार! शरद पवार का साथ देने आया पूरा परिवार

  • पवार के साथ आए भतीजे राजेंद्र पवार
  • अजित पवार के भतीजे युगेंद्र पवार भी शरद पवार के साथ आए
  • राजेंद्र पवार ने बताया पार्टी बहुत पहले टूट जाती

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-29 11:37 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र की सियासत में लगातार पवार परिवार में बिखराव देखा जा रहा है। हाल ही में डिप्टी सीएम अजित पवार ने अपनी पत्नी सुनेत्र को बारामती लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने का ऐलान किया है। यह सीट पवार फैमिली का गढ़ मानी जाती है। यहां से शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले सांसद हैं। ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव में बारामती सीट से ननद-भाभी के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। इस सीट पर भी पवार के कार्यकर्ता दो धड़ों में बंटते दिखाई दे रहे हैं। इस बीच एक बार फिर राजेंद्र पवार अपने चाचा शरद पवार का पक्ष लेते दिखाई दे रहे हैं। शरद पवार के भतीजे राजेंद्र पवार ने बहुत पुराना का एक वाकया बताते हुए कहा कि पार्टी तो उस समय ही टूट जाती, लेकिन मैंने उस वक्त संतोष किया।

राजेंद्र पवार ने बुधवार को मीडिया से कहा कि यह पार्टी तो कब की टूट जाती, जब मेरी जगह पर शरद पवार ने अजित को तवज्जो दी थी। उन्होंने कहा कि मैं छत्रपति शिवाजी कॉपरेटिव शुगर फैक्टरी के डायरेक्टर का चुनाव लड़ने वाला था। इस दौरान शरद पवार ने मुझे कहा कि अजित पवार को चुनाव लड़ने दो। अगर उस वक्त मैं डायरेक्टर बनता तो पार्टी उसी दौरान खत्म हो जाती। क्योंकि अजित पवार उसी वक्त पार्टी छोड़कर चले जाते। लेकिन शरद पवार ने मुझे हटाकर पार्टी टूटने से बचा ली। 

बता दें कि, राजेंद्र पवार के बेटे रोहित पवार भी महाराष्ट्र की राजनीति में काफी ज्यादा सक्रिय हैं। वह इस वक्त विधायक भी हैं। रोहित पवार को शरद पवार का करीबी माना जाता है। जब पार्टी दो धड़ों में बंटी तब भी रोहित पवार शरद पवार के साथ ही खड़े रहे।

अकेले पड़ रहे हैं अजित पवार

राजेंद्र पवार अप्पासाहेब पवार के बेटे हैं। वहीं, अजित पवार अनंतराव पवार के बेटे हैं। अप्पासाहेब पवार, अनंतराव पवार और शरद पवार तीनों सगे भाई हैं। इसके अलावा शरद पवार के एक और भाई हैं, जिनका नाम प्रताप राव है। अजित पवार पहले ही कह चुके हैं कि वह परिवार में अकेले पड़ गए हैं। बता दें कि, सुप्रिया सुले 2019 लोकसभा चुनाव में बारामती सीट से चुनाव लड़ते हुए करीब 1.5 लाख वोटों से जीतकर सदन पहुंची थीं। लेकिन, इस बार के चुनाव में उन्हें अजित पवार की पत्नी से चुनावी मुकाबला करना होगा। शरद पवार के साथ अभी उनकी बेटी सुप्रिया सुले के अलावा रोहित पवार भी पवार फैमिली की ओर से उभरते हुए नेता है। 

अजित पवार के बड़े भाई श्रीनिवास के बेटे युगेंद्र पवार भी शरद पवार के साथ ही आ गए हैं। जिससे अजीत पवार को बड़ा झटका लगा है। अजित पवार के भतीजे हाल ही में शरद पवार की पार्टी में शामिल हुए हैं। जिससे बड़े पवार को ताकत मिली है। भले ही पार्टी में कई नेता शरद पवार के साथ खड़े नहीं दिखाई दे रहे हैं। लेकिन शरद पवार का परिवार ऐसी मुश्किल घड़ी में उनके साथ है।  

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