सनातन धर्म: उदयनिधि के बाद DMK नेता ए राजा के बिगड़े बोल, डेंगू-मलेरिया के बाद सनातन धर्म की तुलना HIV से करी
- उदयनिधि की पहली प्रतिक्रिया
- सनातन धर्म पर विवादित बयान देने पर आलोचना
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। सनातन धर्म पर विवादित बयान देने वाले तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, 'मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है और हम किसी भी धर्म के दुश्मन नहीं हैं।' इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी पर फासीवादी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि, पिछले 9 साल में केंद्र की मोदी सरकार ने क्या किया? उन्हें जनता को बताना चाहिए। उदयनिधि के बयान की चारों तरफ आलोचना हो ही रही थी, इसी बीच इनके ही पार्टी (द्रविड़ मुनेत्र कषगम यानी DMK) के वरिष्ठ नेता ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना गंभीर बीमारी एचआईवी से कर दी।
ए राजा ने HIV से तुलना करते हुए कहा कि सनातन सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक है। सनातन धर्म पर विवादित बयान देने का सिलसिला थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है। नेता अपने-अपने हिसाब से सनातन धर्म की व्याख्या कर रहे हैं। कोई डेंगू, मलेरिया तो कोई इसकी तुलना कोरोना से कर रहा है।
विवाद की शुरुआत कहां से हुई?
तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार (2 सितम्बर) को राजधानी चेन्नई में एक जनसभा को संबोधित किया था। जहां पर उन्होंने सनातन धर्म पर विवादित बयान दिया था। सबसे पहले स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और मच्छर से की थी। उन्होंने कहा था, "मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम केवल विरोध नहीं कर सकते। हमें उन्हें खत्म करना है। सनातन धर्म भी ऐसा ही है। सनातन का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है।"