जातिगत सर्वे पर सियासत तेज: बिहार के बाद यूपी में उठी जाति जनगणना की मांग को मिली तूल, अब बसपा ने पूरे देश में जाति सर्वे कराने की रखी शर्त

  • जातिगत जनगणना को लेकर विपक्ष सरकार से लगातार कर रही है मांग
  • अब बसपा ने केंद्र से देश में जातिगत जनगणना कराने की मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-02 11:43 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में जाति जनगणना कराने की मांग तेज हो गई है। पहले उत्तर प्रदेश की विधानसभा में समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने जातीय सर्वे कराने की मांग रखी थी। इस बीच अब बसपा प्रमुख मायावती भी अखिलेश यादव के समर्थन में उतर आई हैं। उन्होंने पूरे देश में जाति सर्वे कराने की मांग की है। 

मायावती ने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ट्वीट किया कि संसद में 4 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र से पहले आज सर्वदलीय बैठक में बीएसपी नेताओं द्वारा सरकार से देश में जातीय जनगणना कराए जाने की मांग की गई। जाति जनगणना कराने की मांग देश के कोने-कोने से उठ रही है, केंद्र सरकार द्वारा इस बारे में जल्द से जल्द सकारात्मक कदम उठाना चाहिए।

'जाति जनणगना की मांग जोरों पर'

महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, बदहाल सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य व कानून व्यवस्था से त्रस्त व जातिवादी शोषण-अत्याचार से पीड़ित देश के लोगों में जातीय जनगणना के प्रति जो अभूतपूर्व रुचि/जागरूकता है। वह भाजपा की नींद उड़ाए हैं तथा कांग्रेस अपने अपराधों पर पर्दा डालने में व्यस्त है।

वैसे विभिन्न राज्य सरकारें 'सामाजिक न्याय' की दुहाई देकर आधे-अधूरे मन से जातीय जनगणना कराकर जनभावना को काफी हद तक साधने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन इसका सही समाधान तभी संभव है जब केन्द्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर सही जातीय जनगणना कराकर लोगों को उनका हक देना सुनिश्चित करेगी।



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