प्रिया मलिक ने वर्ल्ड कैडेट रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता, ऐसा करने वाली देश की पहली एथलीट
प्रिया मलिक ने वर्ल्ड कैडेट रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता, ऐसा करने वाली देश की पहली एथलीट
- गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली एथलीट भी बन गई
- प्रिया मलिक वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए
- भारत की बेटी प्रिया मलिक ने वर्ल्ड कैडेट रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता
डिजिटल डेस्क, बुडापेस्ट। भारत ने गोल्ड जीता है। टोक्यो ओलंपिक में नहीं बल्कि जापान की राजधानी से मीलो दूर हंगरी के बुडापेस्ट में। जिस एथलीट ने भारतीयों को खुश करने का एक और कारण दिया है, वह पहलवान प्रिया मलिक हैं। प्रिया मलिक ने रविवार को हंगरी में आयोजित वर्ल्ड कैडेट रेसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया है। इस शानदार जीत के दम पर प्रिया मलिक वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली एथलीट भी बन गई हैं।
प्रिया मलिक ने फाइनल में बेलारूस की पहलवान केसिया पटापोविच को 5-0 से हराकर महिलाओं के 73 किलोग्राम भार वर्ग का स्वर्ण पदक जीता। प्रिया मलिक की "गोल्डन" जीत चैंपियन भारोत्तोलक मीराबाई चानू के टोक्यो ओलंपिक में महिला 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतने के एक दिन बाद हुई है। मीराबाई चानू ने 202 किलोग्राम भार उठाया लेकिन चीन की होई झिहुई ने 210 किलोग्राम का भार उठाकर टॉप पोजिशन हासिल की। ये ओलंपिक का नया रिकॉर्ड भी है।
प्रिया मलिक ने पुणे में खेलो इंडिया के 2019 संस्करण में भी स्वर्ण पदक जीता था और फिर उसी वर्ष दिल्ली में आयोजित 17 वें स्कूल गेम्स में स्वर्ण पदक जीता। इन जीत के अलावा प्रिया ने अगले साल यानी 2020 में दो और गोल्ड मेडल जीते। इसके बाद मलिक को पटना में राष्ट्रीय कैडेट चैम्पियनशिप और साथ ही राष्ट्रीय स्कूल खेलों में गोल्ड मेडल मिला।
प्रिया मलिक के स्वर्णिम दौड़ से पहले, एक अन्य भारतीय पहलवान-वर्षा ने 65 किग्रा वर्ग में तुर्की की दुयगु जनरल को हराकर कांस्य पदक जीता था।