Nagpur News: कचरा एजेंसियों की लापरवाही से मनपा के अभियान पर संकट, रास्तों-चौराहों पर ढेर जमा

  • शहर में प्रमुख रास्तों और चौराहों पर ढेर जमा
  • सरकारी कार्यालय पर लापरवाही का ग्रहण
  • छोटे दुकानदारों से परेशानी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-28 11:56 GMT

Nagpur News : दीपावली के पहले महानगरपालिका प्रशासन ने स्वच्छता को लेकर अभियान आरंभ किया है। अभियान में दहनघाट, प्रमुख चौराहे, पुतलों की सफाई की जा रही है। वहीं दूसरी ओर नागरिकों के घरों से निकलने वाले पुराने कपड़े, ई वेस्ट, प्लास्टिक समेत अन्य सामग्री को संकलन भी किया जा रहा है। मनपा प्रशासन ने पुरानी सामग्री संकलन के लिए स्वयं के 40 वाहनों को लगाया है। अभियान में मनपा प्रशासन को उम्मीद है कि स्वच्छता के लिए नागरिकों में व्यापक जनजागरण संभव होगा, लेकिन कचरा संकलन एजेंसियों की लापरवाही से शहर में प्रमुख चौराहे और रास्ते बेहद खराब नजर आ रहे हैं। धंतोली, धरमपेठ, हनुमाननगर जोन अंतर्गत अनेक रास्तों पर गंदगी के ढेर लगे हैं। कचरा संकलन एजेंसियों की ओर से कचरा संकलन में लापरवाही की जा रही है। पिछले सप्ताह भर से सीताबर्डी के शनि मंदिर परिसर, रेलवे अंडरब्रिज, धंतोली जोन कार्यालय के समीप, कांग्रेसनगर के खुले मैदान, क्रीड़ा चौक पर कचरे के नजारे देखे जा सकते हैं। इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों के परिसर में भी कचरे के ढेर लगे हुए हैं।

शहर में मनपा के घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष ने सर्वेक्षण कर ब्लैक स्पाट की पहचान की है। शहर में करीब 200 स्थानों पर ब्लैक स्पाट पाए गए थे। इन स्थानों पर सफाई कर सौदर्यीकरण का प्रस्ताव बनाया गया है। पिछले करीब 3 माह में 50 से अधिक स्थानों पर सौदर्यीकरण के लिए ठेका एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है। इन स्पाट को कम करने के लिए दोनो कचरा संकलन एजेंसी को भी प्रयास करना है, लेकिन दोनों एजेंसी से मनपा की जिम्मेदारी का हवाला देकर पल्ला झाड़ा जा रहा है। ऐसे में अब शहर में कई प्रमुख रास्तों पर ब्लैक स्पाट नजर आ रहे हैं।

90 फीसदी शिकायतें दूर

राकेश कुमार, प्रोजेक्ट हेड, बीवीजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मुताबिक घर-घर से कचरा संकलन में 90 फीसदी शिकायतों का निराकरण किया जा चुका है। पिछले 15 दिनों में समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयास हुआ है। अब केवल मामूली 10 फीसदी शिकायतें रह गई है। जोन क्रमांक 5 से 10 में अब कचरा संकलन को लेकर कोई भी समस्या नहीं है। मनपा प्रशासन को जानकारी दी गई है।

छोटे दुकानदारों से परेशानी

डॉ समीर टोनपे, प्रोजेक्ट हेड, एजी एन्वायरों कंपनी लिमिटेड के मुताबिक शहर में कई स्थानों पर ब्लैक स्पाट बनने का मुख्य कारण छोटे दुकानदार हैं। भेल, पानी-पूरी, चायनीज खाद्य सामग्री विक्रेता दुकानदारों की ओर से रात में कचरे को लाकर डाला जा रहा है। मनपा के अधिकारियों को जानकारी देने के बाद भी कोई ठोस पहल नहीं हुई है। इसके साथ ही धंतोली परिसर में कई दुकानदारों की ओर से थर्माकोल समेत प्लास्टिक सामग्री काे रास्ते किनारे डाला जा रहा है। शहर के 450 से अधिक ब्लैक स्पाट को कम कर अब 150 तक लाया गया है।

सरकारी कार्यालय पर लापरवाही का ग्रहण

शहर में सरकारी कार्यालयों के परिसर में कचरे के ढेर लगे हुए है। विभागीय आयुक्त कार्यालय, सिंचन भवन, जिलाधिकारी कार्यालय, तहसील कार्यालय समेत अन्य सरकारी कार्यालयों के परिसर में कचरे के ढेर लगे हुए हैं। इन इलाकों में दोनो कचरा संकलन एजेंसी के वाहन कभी भी पहुंचते नहीं है। सरकारी कार्यालयों से कोई भी जानकारी नहीं मिलने का हवाला दोनो एजेंसी से दिया जाता है। शहर में तहसील कार्यालय और जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में इन दिनों चुनाव प्रक्रिया के चलते लोकनिर्माण विभाग से सफाई को कराया गया है। 

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