जायंट्स और स्टीलर्स को दूसरी जीत की उम्मीद
पीकेएल 8 जायंट्स और स्टीलर्स को दूसरी जीत की उम्मीद
- पुनेरी पलटन की रक्षा को बुल्स के खिलाफ मुश्किल होगी
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। प्रो कबड्डी लीग सीजन 8 में रविवार को गुजरात जायंट्स और हरियाणा स्टीलर्स के बीच मुकाबला खेला जाएगा। दोनों टीमों की नजर जीत के साथ प्ले-ऑफ में अच्छी स्थिति बनाने पर होगी। गुजरात जायंट्स और हरियाणा स्टीलर्स दोनों टीमों के नाम इस सीजन में सिर्फ एक जीत है। वहीं, अगला मैच बेंगलुरू बुल्स और निचले स्थान पर काबिज पुनेरी पलटन के बीच होगा। पवन सहरावत की कप्तानी में बुल्स काफी संतुलित दिख रहे हैं, जबकि पुनेरी पलटन के लिए यह सीजन बिल्कुल अच्छा नहीं रहा है। दोनों मैच बेंगलुरु के द शेरेटन ग्रैंड और व्हाइटफील्ड में खेले जाएंगे।
गुजरात और हरियाणा में अच्छे खिलाड़ी हैं जो दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं। जायंट्स के कोच मनप्रीत सिंह पीकेएल में अपनी डिफेंस रणनीति के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी टीम ने नीलामी में गिरीश एर्नाक और रविंदर को लिया था ताकि परवेश भैंसवाल और सुमित की पहले से ही मजबूत टीम को और मजबूती मिल सके। लेकिन इस प्रक्रिया में गुजरात अपनी रेडिंग इकाई में अंक बटोरने में विफल रहा। राकेश नरवाल इस सीजन उनके इकलौते प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं।
जायंट्स के खिलाड़ियों का सामना सुरेंद्र नाडा और जयदीप की हरियाणा की रक्षात्मक जोड़ी से होगा। दोनों खिलाड़ियों ने स्टीलर्स के लिए काफी अंक बनाए हैं, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से विकास खंडोला, रोहित गुलिया और मीतू महेंद्र की आक्रमणकारी तिकड़ी ने कुछ खास कमाल नहीं किया है।
सीजन की उनकी एक जीत मीटू के सुपर 10 के दम पर आई, जिसने कोच राकेश कुमार को जायंट्स के खिलाफ अपनी रणनीति बदलने के लिए मजबूर किया था। पवन सहरावत एक बार फिर वह फॉर्म दिखा रहे हैं जिसने बेंगलुरु बुल्स को सीजन 6 का विजेता बनाया था। स्टार रेडर कई सुपर 10 प्रदर्शनों के साथ बुल्स के लिए अकेले दम पर मैच विजेता साबित हुए हैं। उनका फॉर्म उनके साथियों के साथ-साथ महेंद्र सिंह जैसे डिफेंडरों पर भी जादू का काम कर रहा है, जो शुरुआती मैचों के बाद चुनौती का सामना कर रहे थे।
पुनेरी पलटन की रक्षा को बुल्स के खिलाफ मुश्किल होगी, खासकर विशाल भारद्वाज और संकेत सावंत के साथ संघर्ष करना होगा। संकेत पिछले मैच में अपने सभी प्रयास में विफल रहे। इस वजह से कोच अनूप कुमार को शुरुआती सात में फेरबदल करना पड़ सकता है।
आईएएनएस