भारतीय मूल के अमेरिकी अभिमन्यु मिश्रा बने सबसे उम्र के चेस ग्रैंडमास्टर, इस रिकॉर्ड को तोड़ा
भारतीय मूल के अमेरिकी अभिमन्यु मिश्रा बने सबसे उम्र के चेस ग्रैंडमास्टर, इस रिकॉर्ड को तोड़ा
- अभिमन्यु ने 12 वर्ष की उम्र में इतिहास रच दिया है
- अभिमन्यु ने 19 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है
- कार्जकिन ने 12 अगस्त 2002 में बनाया था रिकॉर्ड
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय मूल के अमेरिकी अभिमन्यु मिश्रा ने महज 12 वर्ष की उम्र में इतिहास रच दिया है। उन्होंने दुनिया में सबसे कम उम्र में चेस ग्रैंडमास्टर का खिताब अपने नाम कर ये इतिहास रचा है। अमेरिका के न्यू जर्सी में रहने वाले अभिमन्यु ने बुधवार को ये खिताब जीतने के साथ ही 19 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। इससे पहले ये रिकॉर्ड कार्जकिन ने 12 अगस्त 2002 में बनाया था।
कार्जकिन ने 12 साल 7 महीने की उम्र में चेस ग्रैंडमास्टर का खिताब जीता था। बुधवार को बुडापोस्ट में हुए इस वेजे मिक्स टूर्नामेंट में अभिमन्यु ने ये मुकाम पाया है।
जीत पर अभिमन्यु ने कहा
ग्रैंड मास्टर बनने के बाद अभिमन्यु ने कहा कि उन्हें विरोधी की गलतियों का फायदा मिला। अभिमन्यु ने कहा, ""मुकाबल बेहद मुश्किल था, लेकिन आखिर में लियॉन से गलतियां हुईं, जिसका फायदा मुझे मिला। मैं अपनी उपलब्धि से बेहद खुश हूं।""
अभिमन्यु के पिता बोले
अभिमन्यु के पिता हेमंत मिश्रा ने महह ढाई साल की उम्र में अभिमन्यु को चेस से अवगत कराया था, न्यू जर्सी में हेमंत पेशे से डेटा मैनेजमेंट से जुड़े हैं। पिता के अनुसार, अभिमन्यु 5 साल की उम्र से अपने पिता हेमंत को चेस में मात देने लगे।
कोच अरुण प्रसाद का कहना
अभिमन्यु ने 15 साल के भारतीय लीओन मेंडोंका को हराकर ये रिकॉर्ड बनाया है।
कोच अरुण प्रसाद का कहना है की अभिमन्यु का दिमाग काफी तेज है सिर्फ 9 साल की उम्र में उन्होंने 70 साल के प्रतिद्वंदी को हराना शुरू कर दिया था।
कार्जकिन ने भी दी बधाई
इससे पहले रिकॉर्ड बानाने वाले कार्जकिन ने भी अभिमन्यु को बधाई दी और बेहतर भविष्य की आशा जताई, उन्हें अपने रिकॉर्ड के टूटने का दुःख भी था। उन्होंने कहा, एक न एक दिन इसे टूटना ही था बस काफी ज्यादा वक्त लग गया। कार्जकिन के रिकॉर्ड को वही 20 साल होने को थे जो की काफी लम्बा वक़्त है।
प्रज्ञानानंद का रिकॉर्ड भी तोड़ा
यही नहीं इससे पहले अभिमन्यु भारत के आर. प्रज्ञानानंद का रिकॉर्ड तोड़ कर यंगेस्ट इंटरनेशनल मास्टर बने थे। ये रिकॉर्ड उन्होंने मात्र 10 साल 9 महीने की उम्र में बनाया था। उनका ये सफर सात साल की उम्र से शुरू हो गया था।