खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात करने उनके आवास पहुंचे पहलवान, रख सकते हैं ये मांगें
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भेजा था बुलावा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलवानों के प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे रेसलर बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलने उनके घर पहुंच चुके हैं। जानकारी के मुताबिक, कुछ और पहलवान भी वहां पहुंच सकते हैं। बता दें कि कल अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को बातचीत के लिए बुलाया था। उन्होंने ट्वीट कर ये जानकारी साझा की थी। अपने ट्वीट में खेल मंत्री ने कहा था कि, 'सरकार पहलवानों से उनके मुद्दों पर बातचीत करने की इच्छुक है। मैंने उन्हें एक बार फिर बातचीत के लिए बुलाया है।' उनके इस बुलावे पर अब उनसे बैठक करने पहुंचे हैं।
पहलवानों ने रखी 4 मांगे
पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलकर उनके सामने पहलवानों की चार मांगें रखी हैं, जिनमें एक महिला डब्ल्यूएफआई प्रमुख की नियुक्ति और उनके खिलाफ पुलिस प्राथमिकी को रद्द करना शामिल है। जानकारी के मुताबिक कहा, अपनी मांगो में पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव और एक महिला प्रमुख की नियुक्ति की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने बृजभूषण सिंह या उनके परिवार के किसी भी सदस्य के महासंघ का हिस्सा न होने और बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की।
#WATCH दिल्ली: पहलवान बजरंग पूनिया अनुराग ठाकुर से मिलने के लिए उनके आवास पहुंचे। pic.twitter.com/YLSeLCriJ5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 7, 2023
बता दें कि इससे पहले 3 जून को पहलवानों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और अपने मुद्दे उनके सामने रखे थे। जानकारी के मुताबिक यह बैठक बेनतीजा रही थी जिसके बाद सरकार की ओर से एक बार फिर पहलवानों को बातचीत के लिए बुलाया गया है।
बृजभूषण की गिरफ्तारी से कम कुछ भी मंजूर नहीं
वहीं खेलमंत्री से मीटिंग के पहले पहलवान साक्षी मलिक ने मीडिया से कहा कि, 'हमारी मुख्य मांग बृजभूषण की गिरफ्तारी है। हम देखेंगे कि सरकार हमें क्या प्रस्ताव देगी। अगर हमें उनका प्रस्ताव पसंद आता है तो हम खाप नेताओं से सलाह-मशवरा करेंगे। हम सरकार के किसी भी प्रस्ताव को नहीं मानेंगे।'
ये मांग रख सकते हैं पहलवान
जानकारी के मुताबिक प्रदर्शनकारी पहलवान अनुराग ठाकुर के सामने बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी, कुश्ती संघ की प्रमुख एक महिला को बनाने, कुश्ती संघ के चुनाव निष्पक्ष कराने और देश में कुश्ती का खेल साफ सुथरा होने की मांग रख सकते हैं।