हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: सीएम नायब सिंह सैनी ने क्यों छोड़ी अपनी सीट? विपक्ष के निशाने पर बीजेपी, जानिए क्या है बीजेपी का जवाब
- सीएम नायब सैनी लाडवा से लड़ेंगे चुनाव
- सीएम नायब सैनी ने छोड़ी करनाल की सीट
- करनाल सीट छोड़ने के पीछे है वजह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में हरियाणा के सीएम नायब सैनी लाडवा सीट से लड़ेंगे। कुरुक्षेत्र के सांसद रह चुके सीएम नायब सैनी ने तीसरे विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में तीसरी सीट का चुनाव किया है। सीएम नायब सैनी ने करनाल सीट छोड़ दी है। जिसकी चर्चाओं पर विपक्षी दलों की तरफ से खूब कटाक्ष हो रहे थे। आने वाले दिनों में राज्य में चुनावी रैलियां शुरू हो जाएंगी। ऐसे में सीएम के सीट के छोड़ने को लेकर व्यंग्य तेज हो सकते हैं। हरियाणा में ऐसा कम ही देखने मिला है कि सिटिंग मुख्यमंत्री ने नई सीट से चुनाव लड़ा है।
सीएम के करनाल छोड़ने की वजह?
हरियाणा में नेतृत्व बदलने के बाद नायब सैनी राज्य के सीएम बने थे। जिसके बाद उन्होंने मनोहर लाल की कुर्सी संभालने के साथ ही उन्होंने उनकी खाली की हुई सीट से उप चुनाव भी लड़ा था। जिसमें वह 41 हजार वोट से जीत भी हासिल की थी। इसके बाद करनाल सीएम सिटी बनी रही थी। सीएम नायब सैनी नें अंबाला जिले से आने वाली नारायणगढ़ सीट से 2009 में चुनाव लड़ा था। जिसमें वह पांचवें स्थान पर रहे थे। उन्हें करीब आठ हजार से थोड़े ज्यादा वोट मिले थे। 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद इसी सीट से नायब सैनी को 24 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल हुई थी। जिसके बाद वह पहली बार विधायक बने थे और फिर मंत्री बने। इतना ही नहीं बल्की इसके अलावा वह 2019 में कुरुक्षेत्र से सांसद बने।
नायब सैनी ने क्यों छोड़ी करनाल सीट?
राजनीतिक हलकों में दो तरह की चर्चाएं चल रही हैं। ऐसा माना जा रहा था कि नायब सैनी करनाल सीट से चुनाव हार सकते थे। वहीं दूसरी जगह ऐसा माना जा रहा था कि अगर वह नहीं भी हारते तो चुनावी मुकाबला बहुत गंभीर हो सकता था। बता दें कि करनाल सीट को बीजेपी अब तक सात बार जीत चुकी है। वहीं कांग्रेस ने पांच बार जीती है। इसके अलावा चार बार अन्य दलों के साथ निर्दलीय ने जीती है। अगर लाडवा सीट की बात करें तो यह सीट 2008 के परिसीमन के बाद बनी है। जिस पर सैनी वोटरों की संख्या अधिक है। राजनीतिक हलकों में चर्चा चल रही है कि सीएम सैनी ने इसलिए सीट को चुना है ताकि वह अपनी जीत को लेकर कॉन्फिडेंट रहें। साथ ही चुनाव में दूसरी सीटों पर ध्यान दे सकें। 2009 के पहले चुनाव में इस सीट से इनेलो के शेर सिंह बरशामी ने जीत हासिल की थी। 2014 में यहां से डॉ. पवन सैनी ने जीत हासिल की थी। जिसके बाद 2019 में यहां से कांग्रेस कैंडिडेट मेवा सिंह विजयी रहे थे। लाडवा सीट कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट में आती है।