सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से करने पर बुरी तरह घिरे उदयनिधी, हिंदू संगठनों ने इस अनूठे तरीके से किया विरोध, मंदिर की सीढ़ियों पर चिपकाई तस्वीर, पैरों से रौंद रहे लोग, वीडियो वायरल
- हिंदू धर्म पर बयान देने वाले उदयनिधी का अनोखा विरोध
- हिंदू जागरण मंच ने इंदौर के मंदिर की सीढ़ियों पर चिपकाई फोटो
- सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहा वायरल
डिजिटल डेस्क, इंदौर। सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान देने वाले तामिलनाडू सीएम एमके स्टालिन के बेटे और राज्य के कैबिनेट मंत्री का देश के कई हिस्सों में जमकर विरोध हो रहा है। राजनेताओं से लेकर आम जनमानस भी उनके इस बयान का मुखरता के साथ विरोध कर रहे हैं। दिल्ली, मुंबई, यूपी और बिहार के बाद अब एमपी की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर से भी उदयनिधी के खिलाफ विरोध हुआ है। यहां लोगों ने उनकी तस्वीर मंदिर की सीढ़ियों पर चिपकाई है, जिस पर पैर रखकर भक्त मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं।
विरोध का यह अनूठा तरीका हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने अपनाया है। संगठन के कार्यकर्ताओं ने इंदौर शहर के एक मंदिर की सीढ़ियों पर उदयनिधी की तस्वीर लगा दी है। अब जो भी लोग मंदिर दर्शन करने के लिए आ रहे हैं वो पहले उदयनिधी की तस्वीर पर पैर रखकर आगे बढ़ रहे हैं। विरोध का यह अनूठा तरीका सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
हिंदू संगठन के जिलाध्यक्ष कन्नू मिश्रा का कहना है कि, 'तामिलनाडू के मंत्री उदयनिधी ने जिस तरह का बयान देकर हिंदू धर्म का अपमान किया है उससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उनकी इस शर्मनाक टिप्पणी के कारण ही हमने विरोध का ये तरीका अपनाया है।' कन्नू ने कहा कि, 'आस्था और धर्म के साथ इस तरह का बेहूदा मजाक सहन नहीं किया जाएगा।'
कुछ दिनों पहले प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने भी उदयनिधी के बयान का विरोध करते हुए कहा था कि, 'जो लोग सनातन धर्म को डेंगू बता रहे हैं वो खुद डेंगू हैं। उनके इस बयान ने बता दिया कि वो कितने बड़े हिंदू विरोधी हैं।'
बता दें कि बीते दिनों तामिलनाडू में आयोजित सनातन उन्मूलन सम्मेलन में उदयनिधी ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू से की थी। उन्होंने कहा था कि, 'सनातन का केवल विरोध ही नहीं करना चाहिए, बल्कि इसे खत्म कर देना चाहिए।' तामिलनाडू सरकार में मंत्री उदयनिधी ने कहा था कि, 'सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें जड़ से समाप्त कर देना चाहिए। हम डेंगू मच्छर , मलेरिया या फिर कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें मिटाना है। इसी तरह हमें सनातन का केवल विरोध नहीं करना बल्कि इसे मिटाना है।'