मौसम अलर्ट: जून में गर्मी ने तपाया अब जुलाई में बारिश देगी राहत, मौसम विभाग से मिला सितंबर तक का अपडेट

  • मौसम विभाग का अपडेट
  • अगले तीन महीनों में होगी जम के बारिश
  • ला नीना का कनेक्शन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-02 13:14 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। किसानों के लिए मौसम विभाग ने एक अच्छी खबर दी है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन महीनों तक जम कर बारिश होने की संभावना है। जुलाई के साथ-साथ अगस्त और सितंबर में भी अच्छी बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार जुलाई की औसत बारिश सामान्य से अधिक होने की संभावना है। ध्यान देने की बात है कि मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट आई है। जिसमें बताया गया है कि जून महीने में जितना अनुमान लगाया गया था उससे कम बारिश हुई है। आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया है कि पुर्वोत्तर भारत में जून के महीने में 33 प्रतिशत कम बारिश हुई है। उन्होंने बताया कि जून में सिर्फ एक कम दबाव वाला क्षेत्र बना। वहीं आम तौर पर महीने में तीन कम दबाव वाले क्षेत्र बनते हैं। मौसम की स्थिति ठीक नहीं थी जिसके कारण कम दबाव वाले क्षेत्र नहीं बन पाए।

ला नीना का अगस्त-सितंबर से संबंध

धनंजय महापात्र का कहना है कि हम जुलाई में मानसून के दौरान अच्छी बारिश की उम्मीद कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह लॉन्ग टर्म औसत (एलपीए) 28.04 सेमी से 106 प्रतिशत अधिक रह सकती है। हालांकि, जून में जैसी उम्मीद थी उस प्रकार की बारिश देखने नहीं मिली है। लेकिन हो सकता है अगस्त और सितंबर में अच्छी बारिश की खबर किसानों को खुशखबरी देगी। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगस्त और सितंबर में अच्छी बारिश की वजह ला नीना बन सकता है। आपको बता दें कि अल नीनो और ला नीना नाम के दो वेदर कंडीशंस बनती हैं। जिसमें अल नीनो के दौरान मानसून कमजोर पड़ जाता है और बारिश कम होती है। वहीं, ला नीना के दौरान बहुत ज्यादा बारिश होती है।

अधिक बारिश होने की उम्मीद

जून में उम्मीद से कम बारिश होने के कारण किसानों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मौसम विभाग ने बताया है कि जुलाई अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। किसानों के फसल के लिए और लोगों के खाने के लिए बारिश बहुत ज्यादा आवश्यक है। मानसून अभी तक देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंच चुका है। आईएमडी चीफ ने बताया कि बहुत जल्द ही बारिश राजस्थान, हरियाणा और पंजाब तक पहुंच जाएगा। गौर करने की बात है कि भारत में जून में सामान्य से 11 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है। जून में सामान्य से कम वर्षा के लिए महापात्र ने मौसम प्रणालियों की कमी के कारण देश के उत्तरी और पूर्वी भागों में मानसून की धीमी प्रगति को जिम्मेदार ठहराया है। 

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