टोल सिस्टम में बदलाव: वेटिंग टाइम और टोल कलेक्शन में मिलने जा रही बड़ी राहत, नितिन गडकरी ने सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम का किया ऐलान
- केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकारी का फैसला
- टोल प्लाजा में टेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम होगा लॉन्च
- वेटिंग टाइम और टोल टैक्स की सेवाओं में होगा सुधार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाईवे पर टोल सिस्टम को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गड़करी ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है। देश में मौजूदा टोल सिस्टम को खत्म करने का ऐलान किया है। इसकी जगह पर नए सैटेलाइट टोल कलेक्शन सिस्टम को लॉन्च किया जाएगा। गडकरी ने कहा कि सरकार की ओर से जल्द ही सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम की शुरुआत की जाएगी। जिसकी मदद से हाईवे पर टोल कलेक्शन को बढ़ाने और टोल प्लाजा पर लगने वाली भीड़ को कम करने में आसानी होगी।
टोल प्लाजा पर लागू होगा नया सिस्टम
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में लिखित जवाब में इस बात की पुष्टि की थी। उन्होंने कहा था कि सड़क परिवहन और हाईवे मंत्रालय देश में वैश्विक नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम को लॉन्च करने वाला है। शुरुआत में इस सिस्टम को कुछ ही टोल प्लाजा पर लागू किया जाएगा। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में नितिन गडकरी ने कहा था, "अब हम टोल खत्म कर रहे हैं और सैटेलाइट आधारित टोल संग्रह प्रणाली होगी। आपके बैंक खाते से पैसे कटेंगे और आप जितनी दूरी तय करेंगे, उसके हिसाब से शुल्क लिया जाएगा। इससे समय और पैसे की बचत होगी। पहले मुंबई से पुणे जाने में 9 घंटे लगते थे, अब यह घटकर 2 घंटे रह गया है।"
बता दें, इस साल के 25 जून को जीएनएसएस-बेस्ड सिस्टम को हितधारकों से परामर्श के संबंध में एक इंटरनेशनल वर्कशॉप आयोजित की गई थी। इसके बाद 7 जून को वैश्विक अभिरुचि अभिव्यक्ति (ईओआई) को प्रस्तुत किया गया था। इस दौरान व्यापक औद्योगिक भागीदारी को आमंत्रित किया गया था। ईओआई प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 22 जुलाई थी।
इस साल के मार्च तक लागू होना था सिस्टम
साल 2023 दिसंबर में नितिन गडकरी ने ऐलान किया था कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) टोल कलेक्शन की नई प्रणाली को मार्च 2024 तक लागू करेगा। वर्ल्ड बैंक को टोल प्लाजा पर प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और वेटिंग टाइम को कम करने के संबंध में सूचना दी गई है। गडकरी ने कहा था कि देश में फास्टटैग की शुरुआत से टोल प्लाजा पर एवरेज वेटिंग टाइम में रिकॉर्ड गिरावट देखी गई है। इस सेवा का सबसे ज्यादा प्रभाव कर्नाटक में NH-275 के बैंगलुरु-मैसूर खंड और हरियाणा में NH-709 के पानीपत-हिसार खंड में सामने आया है।