कोलकाता रेप मर्डर केस: कोलकाता कांड की साजिशों का धीरे-धीरे हो रहा है पर्दाफाश, उठ रहे हैं कई नए सवाल, सीबीआई के लिए भी जांच मुश्किल

  • 9 किरदार ही दे सकते हैं हिसाब
  • कौन हैं वो 9 किरदार?
  • सुप्रीम कोर्ट ने किए कई बड़े सवाल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-24 07:03 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जिस हादसे ने कोलकाता से लेकर दिल्ली के सुप्रीम कोर्ट तक सबको हिला कर रख दिया है। इस केस में आरोपी संजय रॉय के हां बोलने के बाद आज उसका पॉलीग्राफ टेस्ट होगा साथ ही आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और पीड़िता के चार साथी डॉक्टरों का भी पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। सीबीआई ने कल संदीप घोष से पूछताछ की थी, पिछले आठ दिनों में करीब सौ घंटे से ज्यादा सीबीआई पूछताछ कर चुकी है।

9 किरदार ही दे सकते हैं हिसाब

कोलकाता केस में नौ किरदारों के इर्द गिर्द ही जांच घूम रही है। जिनके खुलासे बिखरी कड़ियों को जोड़ने में मदद कर सकते हैं। बता दें कि इन नौ लोगों में से 6 का पॉलीग्राफी टेस्ट जल्दी ही होने वाला है। लेडी डॉक्टर की लाश मिलने और एफआईआर दर्ज होने के बीच 17 घंटों के दौरान ये नौ किरदार केंद्र में हैं। वहीं जांच को पूरा करने के लिए उन 17 घंटों का हिसाब देना जरूरी है। जो सिर्फ ये नौ किरदार ही दे सकते हैं।

कौन हैं वो 9 किरदार?

संजय रॉय जो बलात्कार और हत्या का आरोपी है। इसके बाद संदीप घोष, मेडिकल कॉलेज का पूर्व प्रिंसिपल। किरदार नंबर 3 है अस्पताल का सुपरिंटेंडेंट जिसने मर्डर को सबसे पहले आत्महत्या का नाम दिया था। जसके बाद आते हैं सौरव, संजय रॉय का दोस्त जिसके साथ मिलकर वारदात वाली रात शराब पी थी। किरदार 5 से 8 तक हैं वो 4 डॉक्टर जिनके साथ पीड़िता ने खाना खाया था। वहीं किरदार नंबर 9 है एएसआई अरुप दत्ता जिसके साथ संजय रॉय के कनेक्शन निकले हैं।

इन लोगों के इर्द गिर्द ही सारी जांच चल रही है। जिसमें ताजा कड़ी उन चार डॉक्टर और डॉक्टर संदीप घोष से जुड़ती दिख रही है जिनका पॉलीग्रीफी टेस्ट होने वाला है। जब संदीप घोष फंसते हुए नजर आए तो पश्चिम बंगाल की सरकार भी उनके साथ दोस्ती बंद करती नजर आ रही है। इससे पहले संदीप घोष को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल पद से हटा दिया गया था। अब वे स्वास्थ्य विभाग के ऐसे किसी ओएसडी पद पर नहीं हैं।

संदीप घोष के पास हैं कई राज

सीबीआई का मानना है कि सात दिन से लगातार पूछताछ के बाद भी डॉक्टर संदीप घोष अपना मुंह सही से नहीं खोल रहे हैं। सीबीआई को पूरा शक है कि वो कुछ छुपा रहे हैं। इस बलात्कार और हत्याकांड के पीछे कोई गहरी साजिश है जिसके बारे में संदीप घोष जानते हैं। संदीप घोष का पीड़िता को अपनी बेटी जैसा बताना भी सिर्फ एक बयान लगता है। जिससे इतना तो स्पष्ट है कि इन नौ दिनों की पूछताछ में संदीप घोष ने ऐसा कुछ भी नहीं बताया है जिससे इस केस को सुलझाने में मदद मिल सके। ऐसा माना जा रहा है कि डॉक्टर घोष के पास कई बड़े राज हैं। जिसका पर्दाफाश करने के लिए ही पॉलीग्राफी टेस्ट कराया जा रहा है।

हत्या को आत्महत्या बताने वालों की भी होगी जांच

घोष के अलावा सीबीआई की नजर उस असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट पर है जिसकी जांच में सीबीआई लगी हुई है। इस असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ने ही हत्या को आत्महत्या बताया था। इसके अलावा वारदात के दिन संजय रॉय को शराब पिलाने वाले सौरभ से भी सीबीआई को बहुत सी अहम जानकारियां मिली हैं। साथ ही खबर ये भी है कि संजय रॉय बलात्कार और हत्या करने के बाद सौरव की बैरक में जाकर सोया था।

सुप्रीम कोर्ट ने किए कई बड़े सवाल

सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई ने कहा था कि 12:08 बजे एक पहलू बहुत ही परेशान करने वाला है। जो कि मौत की अननैचुरल मौत की एंट्री ताला पुलिस स्टेशन में सुबह 10:10 बजे दर्ज की गई और क्राइम सीन की सुरक्षा, सबूत सुटाने का काम रात 11:30 बजे किया गया था। सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस पारदीवाला ने गुरुवार को ही कहा था कि ऐसा केस अपने 30 साल के करियर में उन्होंने नहीं देखा। साथ ही सीबीआई के लिए भी केस को सुलझाना एक मुश्किल चुनौती बन गया है। 

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