पुणे मस्जिद मामला: मस्जिद गिराए जाने पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी आगबबूला, गुस्से में लगा डाले गंभीर आरोप
- पुणे मस्दिज तोड़े जाने पर ओवैसी आगबबूला
- सीएम एकनाथ शिंदे से पूछे कई सवाल
- आस-पास के अवैध घरों पर कार्रवाई क्यों नहीं- ओवैसी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मस्जिद तोड़े जाने पर सवाल किए हैं। दरअसल, पुणे के कालीवारी खेरगांव में एक मस्जिद को गिराया गया जिसको लेकर चीफ ओवैसी ने सोमवार को बड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि पुणे में सिर्फ एक ही मस्जिद को गिराया गया है। लेकिन उसी मस्जिद के आप-पास के घर अवैध रूप से बनाए गए हैं जिन्हें कोई आंच नहीं आई। सिर्फ और सिर्फ मस्जिद को ही तोड़ा गया है। साथ ही, ओवैसी ने सीएम शिंदे से पूछा कि आखिर मस्जिद ही क्यों गिराई गई? उनके साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है?
केवल मस्जिद ही क्यों तोड़ी?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एआईएमआईएम चीफ ने ट्वीट के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा- पिंपरी-चिंचवाड़ पुणे के कालीवारी खेरगांव में एक मस्जिद है जो पिछले 25 सालों से मौजूद है और मस्जिद के आस-पास करीब हजार घर हैं जिनके पास भी कोई अनुमति नहीं है लेकिन सिर्फ मस्जिद दारुलूलम जामिया इनामिया को ही तोड़ा जा रहा है।
ओवैसी ने सीएम शिंदे से सवाल किए हैं। उन्होंने कहा- सिर्फ एक मस्जिद के लिए यह भेदभाव क्यों, उन घरों का क्या जिनके पास भी कोई अनुमति नहीं है। दक्षिणपंथी हिंदुत्व संगठनों ने सिर्फ मस्जिद को गिराए जाने की शिकायत की है।
गुजरात में मस्जिद पर चला था बुलडोजर
आपको बता दें कि, ओवैसी ने अल जजीरा का एक वीडियो अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया जिसमें एक मस्जिद, दरगाह और मुस्लिम कब्रिस्तान पर बुलडोजर एक्शन लेते हुए देखा जा सकता है। अल जजीरा के पोस्ट के साथ लिखा था कि, "भारत के गुजरात राज्य में अधिकारियों ने एक मस्जिद, मुस्लिम कब्रिस्तान और दरगाह को बुलडोज़र से गिरा दिया है, जो माना जाता है कि सदियों पुरानी हैं, तथाकथित 'अतिक्रमण विरोधी अभियान' के तहत, जहां अवैध निर्माण माने जाने वाले स्थलों को ध्वस्त कर दिया जाता है।"