मणिपुर हिंसा: सुरक्षाबलों से भिड़े प्रदर्शनकारी छात्र, दागे लोहे के झर्रे, ईस्ट और वेस्ट इंफाल में लगा कर्फ्यू, 6 दिन के लिए इंटरनेट बैन

  • मणिपुर में हिंसक हुआ छात्र आंदोलन
  • ईस्ट और वेस्ट इंफाल में लगा कर्फ्यू
  • 6 दिन के लिए इंटरनेट बैन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-10 15:11 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में जारी हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। राज्यपाल और DGP के इस्तीफे की मांग कर रहे शुरु हुआ स्टूडेंट्स का प्रदर्शन मंगलवार को और भी हिंसक हो गया। राजभवन की ओर मार्च कर रहे स्टूडेंट्स की सुरक्षाबलों से झड़प हो गई। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया और उन्हें गुलेल से छर्रे मारे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को कंट्रोल करने के लिए सुरक्षाबलों ने उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए।

जानकारी के मुताबिक, मणिपुर में हिंसक होते प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र सरकार ने मणिपुर में सीआरपीएफ के दो हजार और जवान भेजने का फैसला किया है। इससे पहले सोमवार को भी स्टूडेंट्स ने राजभवन पर पत्थरबाजी की थी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट्स दागी थीं। जिसमें 20 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे।

दो जिलों में लगा कर्फ्यू

एक बार फिर हिंसा के भड़कने के बाद प्रशासन ने राज्य के दो जिले इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट में कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही पूरे राज्य में 15 सितंबर की शाम 3 बजे तक यानी 6 दिन के लिए इंटरनेट बैन कर दिया गया है।

इसलिए कर रहे आंदोलन राज्य में दिन ब दिन बढ़ती हिंसक घटनाओं और बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर रविवार से ही छात्र आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान वह किशमपट के टिडिम रोड पर 3 किलोमीटर तक मार्च के बाद राजभवन और मुख्यमंत्री आवास तक पहुंच गए। जिन्हें पुलिस और सुरक्षाबलों ने बैरिकेड लगाकर आगे बढ़ने से रोका। पुलिस की ओर से कई राउंड आंसू गैस के गोले भी दागे गए। जिसके बाद प्रदर्शनकारी छात्रों ने सड़क पर बैठकर नारेबाजी की।

छात्रों का कहना है कि ड्रोन हमलों को रोकने में सरकार और पुलिस प्रशासन असफल रही है। जिसके लिए प्रदर्शनकारी राज्यपाल के अलावा डीजीपी, सुरक्षा सलाहकार और 50 विधायकों के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। बता दें कि हाल ही में मणिपुर में दो बार ड्रोन से भी हमले हुए हैं। 1 और 3 सितंबर में हुए इन हमलों में 2 लोगों की मौत हुई।

बता दें कि मणिपुर में मई 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा अभी भी जारी है। आए दिन कोई न कोई इस हिंसा का शिकार होता है। बीते 7 दिनों में हिंसा और बढ़ गई है। जिसमें 8 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 15 से ज्यादा लोग घायल हैं।

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