रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह: एक ओर हनुमान दूसरी ओर गरुण, मत्स्य और वामन सहित भगवान विष्णु के 10 अवतार, मनमोह लेगी रामलला की प्रतिमा, जानें खासियत
- सामने आई रामलला की पहली झलक
- मूर्ति की दिव्यता के लोग हुए दिवाने
- विष्णु भगवान के अवतार भी आ रहे नजर
डिजिटल डेस्क, अयोध्या। 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभू श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस बीच गर्भगृह में विराजे रामलला की तस्वीर वायरल हो रही है। इस 51 इंच लंबी और 2 टन वजनी मूर्ति में प्रभू श्रीराम का विहंगम स्वरूप दिखाई दे रहा है। देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरूण योगीराज द्वारा निर्मित इस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा दो दिन बाद की जाएगी।
वायरल हो रही तस्वीर में रामलला की मोहक छवि प्रदर्शित हो रही है। उनके सिर पर मुकुट सजा है, वहीं उनके एक हाथ में धनुष-बाण तो वहीं दूसरा हाथ आर्शीवाद देने की मु्द्रा में नजर आ रहा है। रघुनंदन के माथे पर सनातन धर्म की विशालता को दर्शाता तिलक भी लगा हुआ है। तो वहीं मूर्ति के निचले तल पर एक ओर रामभक्त हनुमान तो दूसरी ओर गरुड़ नजर आ रहे हैं।
विष्ण भगवान के 10 अवतार
मूर्तिकार अरुण योगीराज ने अपनी शानदार कलाकारी से मूर्ति को अत्यंत मनमोहक स्वरूप प्रदान किया है। जो भी मूर्ति को देख रहा है उसके अंदर इसे बार-बार देखने की इच्छा जागृत हो रही है। रामलला की इस दिव्य मूर्ति के किनारों पर भगवान विष्णु के 10 अवतार भी दिखाई दे रहे हैं। यह अवतार हैं, मत्स्य, कूर्म, वराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि हैं। इसके साथ ही मूर्ति में भगवान विष्णु से जुड़े चिन्ह शंख, स्वास्तिक, चक्र और ऊं भी मूर्ति पर उकेरे गए हैं।
खास पत्थर से हुआ है निर्माण
भगवान राम के बालस्वरूप की इस दिव्य मूर्ति का निर्माण कृष्णशिला से किया गया है। बता दें कि इस पत्थर से निर्मित मूर्ति की खास बात यह है कि दूध से अभिषेक करने पर भी कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा। इसके अलावा एसिड या फिर अन्य पदार्थ का भी मूर्ति कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह पत्थर इतना विशिष्ट है कि हजारों साल तक इसका कुछ नहीं होगा।
बता दें कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन पीएम मोदी मूर्ति की आंखों पर लगा कपड़ा हटाएंगे। इसके साथ ही वह सोने की सलाई से प्रभू की आंखों में काजल लगाएंगे।