लैब टेस्ट: एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों में नहीं मिला तय मात्रा से अधिक एथिलीन ऑक्साइड, 28 लैब रिपोर्ट्स में क्लीन चिट
- एमडीएच और एवरेस्ट के लिए अच्छी खबर
- नहीं मिला तय मात्रा से अधिक एथिलीन ऑक्साइड
- 28 लैब रिपोर्ट्स में क्लीन चिट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टॉप भारतीय मसाला ब्रांड्स एमडीएच और एवरेस्ट के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। एफएसएसएआई ने दोनों ब्रांड्स के मसालों को क्लीन चिट दे दिया है। करीब 28 मान्यता प्राप्त लैब्स ने दोनों ब्रांड्स के मसालों के सैंपलों की जांच की है। जांच के बाद आए रिपोर्ट्स में इन ब्रांड्स के मसालों में स्वास्थ्य के लिए खतरनाक और कार्सोजेनिक केमिकल एथिलीन ऑक्साइड नहीं मिला है। दरअसल, देश के दो टॉप मसाला ब्रांड्स एमडीएच और एवरेस्ट पर सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग में बैन के बाद भारत सरकार ने भी इन ब्रांड्स के मसालों की जांच के आदेश दिए थे। भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्यान मंत्रालय के तहत काम करने वाले फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने इन मसालों के नमूने लेकर जांच करवाया।
एफएसएसएआई ने कराई जांच
हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर में एमडीएच और एवरेस्ट मसालों पर बैन लगने के बाद एफएसएसआई ने देश भर से इन मसालों के सैंपल कलेक्ट किए। इन सैंपल्स को देश के बड़े और मान्यता प्राप्त कई लैब में जांच के लिए भेजा गया। एवरेस्ट के दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से मसालों के सैंपल कलेक्ट किए गए थे। एथिलीन ऑक्साइड सहित कई मापदंडों पर मसालों की जांच की गई। करीब 28 लैब रिपोर्ट्स में इन मसालों को क्लीन चिट मिल गई है। हालांकि, अभी भी 6 लैब रिपोर्ट्स आना बाकि है। एफएसएसएआई ने मसालों की जांच के लिए वैज्ञानिकों का एक पैनल बनाया था जिसमें स्पाइस बोर्ड, सीएसएमसीआरआई (गुजरात), निफ्टम (हरियाणा), भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान (केरल), डीआरडीओ (असम), सीएमपीएपी (लखनऊ), आईसीएआर और राष्ट्रय अनुसंधान केंद्र के कई प्रतिष्ठित वैज्ञानिक शामिल थे।
क्या है विवाद का कारण?
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार, एमडीएच और एवरेस्ट ब्रांड के मसालों को सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग में बैन करने का कारण मसालों में एक कीटनाशक 'एथिलीन ऑक्साइड' की मात्रा स्वीकार्य सीमा से अधिक पाए जाने का दावा किया गया है। हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर में लगे एमडीएच और एवरेस्ट ब्रांड के उन उत्पादों में एमडीएच मद्रास करी पाउडर, एमडीएच सांभर मसाला मिक्स पाउडर, एमडीएच करी मिक्स मसाला पाउडर और एवरेस्ट फिश करी मसाला पाउडर शामिल हैं।
'एथिलीन ऑक्साइड' क्या है?
एथिलीन ऑक्साइड एक रंगहीन और गंधहीन केमिकल है, जिसका उपयोग कम मात्रा में कीटनाशक के रूप में भी किया जाता है। इसका यूज एंटी फ्रीज केमिकल बनाने में किया जाता है। जिसका इस्तेमाल फोम, दवाएं, डिटर्जेंट और टेक्स्टाइल इंडस्ट्री में किया जाता है। इसके अलावा मेडिकल उपकरणों के निर्माण में भी इसे यूज किया जाता है। दरअसल, मसालों में पाए गए एथिलीन ऑक्साइड को कैंसर अनुसंधान अंतराष्ट्रीय एजेंसी ने एक कार्सिनोजेन के रूप में वर्गित किया है, जो कि लिम्फोमा और ल्यूकेमिया जैसे कैंसर का कारण है।