पुलिसवाले पर भड़के केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, कहा- उतर सकती है आपकी वर्दी
पुलिसवाले पर भड़के केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, कहा- उतर सकती है आपकी वर्दी
- बिहार के बक्सर में जनता दरबार के दौरान मंत्री ने पुलिसवाले को दी धमकी
- बीजेपी कार्यकर्ता के खिलाफ केस दर्ज करने पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने पुलिसकर्मी को लगाई फटकार
डिजिटल डेस्क, बक्सर। बीजेपी कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई होने पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे इतना गुस्सा गए कि वह भरी सभा में ही पुलिसवाले पर भड़क उठे और वर्दी उतरने की धमकी तक दे डाली। लोगों के बीच केंद्रीय मंत्री द्वारा पुलिसकर्मी को फटकार लगाए जाए का वीडियो भी सामने आया है। हालांकि किरकिरी होने के बाद मंत्री जी ने सफाई भी दी।
#WATCH Union Minister Ashwini Choubey threatens a police personnel for registering a case against a BJP party worker says, "Kisne kaha tha apko inko gunda kehne ko? Kyun gunda ka notice diya aapne?" He was holding a "Janta Darbar"in Buxar yesterday . #Bihar pic.twitter.com/nw60sk1QwZ
— ANI (@ANI) September 24, 2019
दरअसल पूरा मामला बिहार के बक्सर का है। डुमराव में आयोजित जनता दरबार में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इसी दौरान एक शख्स ने मंत्री जी से शिकायत करते हुए कहा कि, पुलिस ने उसका नाम बेवजह गुंडा रजिस्टर में डाल दिया है। इस शिकायत को सुनते ही अश्विनी चौबे ने मौके पर मौजूद थानेदार को जमकर फटकार लगाई। चौबे ने धमकी देते हुए यह तक कह डाला कि आप पदाधिकारी हैं तो क्या आपकी भी वर्दी उतर सकती है।
केंद्रीय मंत्री ने थानेदार से पूछा, क्या आम आदमी भी उन्हें गुंडा नजर आता है? जो गुंडा है उस पर तो पुलिस में कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है, लेकिन निर्दोष लोगों का नाम गुंडा रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है। मंत्री जी यहीं नहीं रुके। उन्होंने पुलिस वाले को धमकाते हुए कहा... आप एक पदाधिकारी हो। दरोगाजी हो, आपके सरकार का राज है, किसी को भी गुंडा बता देंगे, यह गुंडाराज है। जो गुंडा है उसकी आप गुंडागर्दी ठीक नहीं करते और जो सीधा आदमी है, उसे आप गुंडा बता रहे हैं। इस नोटिस के बदले आप पर कार्रवाई शुरू कर दें तो आप कहां जाओगे? आपकी वर्दी उतर सकती है। अब आप समझ गए।
Union Minister Ashwini Choubey: Some BJP workers and workers of other political parties who protested against corruptioncrime in 2003 were called "gunda" by the present administration. I told the police personnel it is not right to call someone a "gunda". pic.twitter.com/o5n2yA5yoz
— ANI (@ANI) September 24, 2019
हालांकि बाद में सफाई देते हुए अश्विनी चौबे ने कहा, कुछ भाजपा कार्यकर्ता और अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता जिन्होंने 2003 में भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ विरोध किया था, तत्कालीन सरकार ने उन्हें ‘गुंडा’ कहा था। मैंने पुलिस कर्मियों से कहा किसी को गुंडा कहना सही नहीं है।