अस्पतालों में बढ़ी वायरल फीवर और डेंगू के मरीजों की संख्या, रोजाना 2 हजार से ज्यादा मामले दर्ज

दिल्ली अस्पतालों में बढ़ी वायरल फीवर और डेंगू के मरीजों की संख्या, रोजाना 2 हजार से ज्यादा मामले दर्ज

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-08 14:00 GMT
अस्पतालों में बढ़ी वायरल फीवर और डेंगू के मरीजों की संख्या, रोजाना 2 हजार से ज्यादा मामले दर्ज
हाईलाइट
  • दिल्ली के अस्पतालों में वायरल फीवर
  • डेंगू के मामलों में तेजी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के अस्पतालों में इस सप्ताह वायरल बुखार और डेंगू के मामलों में तेजी देखी गई है, जिसमें रोजाना 2,000 से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं।

लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के चिकित्सा निदेशक, डॉ सुरेश कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, हर साल हम वायरल बुखार और डेंगू के मामलों में बढ़ोत्तरी देखते हैं। इस साल भी, हमने इसी तरह की वृद्धि देखी है। पिछले सप्ताह जब हमारे पास सभी विभागों में लगभग 2,500 थे, इस सप्ताह का आंकड़ा बढ़कर 3,000 हो गया है। उन्होंने कहा, फिलहाल एलएनजेपी में वायरल फीवर के सिर्फ 2-3 मरीज हैं।

स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पायरोसिस के मामलों पर, जिन्होंने रहस्यमय रोग के रूप में सुर्खियां बटोरीं, उन्होंने कहा, हमने स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पायरोसिस का एक भी मामला नहीं देखा है। ये रोग काफी आम हैं और आमतौर पर मौसम में बदलाव के कारण होते हैं और स्वच्छता संक्रमण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वे वर्तमान में केवल एक क्षेत्र तक ही सीमित हैं।

मंगलवार तक, उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में 51 मौतें दर्ज की गईं, जिनमें 40 बच्चे शामिल हैं और एक पखवाड़े की अवधि में सैकड़ों अस्पताल में भर्ती हैं। रिपोटरें के अनुसार, वायरल बुखार अब पड़ोसी मथुरा और मैनपुरी जिलों में फैल रहा है। चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय की चिकित्सा अधीक्षक ममता जाजू ने कहा, हमें प्रतिदिन 1,500 ओपीडी (बाहरी रोगी विभाग) मिल रही हैं, लेकिन वे सामान्य वायरल बुखार के मामले हैं। यहां तक कि हमारे अस्पताल में डेंगू की सकारात्मकता भी कम है।

स्वास्थ्य एजेंसियों के अनुसार, लोगों को अत्यधिक झाड़ीदार क्षेत्रों से बचना चाहिए, क्योंकि वे बैक्टीरिया ले जाने वाले तत्वों को शरण दे सकते हैं। डॉ सुरेश कुमार ने कहा, अगर इलाज नहीं किया जाता है, तो बीमारी उच्च श्रेणी के बुखार और गंभीर संक्रमण जैसी जटिलताओं का कारण बन सकती है, जिससे कई-अंग फेल हो सकते हैं।

(आईएएनएस)

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