AIIMS के तीन डॉक्टरों समेत 5 लोगों की मौत, यमुना एक्सप्रेस वे पर दो हादसे,
AIIMS के तीन डॉक्टरों समेत 5 लोगों की मौत, यमुना एक्सप्रेस वे पर दो हादसे,
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मथुरा के थाना सुरीर कोतवाली इलाके में रविवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर दो सड़क हादसे हो गए। जिसमें एम्स के तीन डॉक्टरों की मौत हो गई है। वहीं एक अन्य हादसे में दो लोगों की मौत हो गई और चार बच्चों समेत 23 लोग घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि एम्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों की माइल स्टोन 88 के पास एक तेज रफ़्तार इनोवा कार कंटेनर से टकराई, जिसमें सवार एम्स के तीन डॉक्टरों की मौके पर हुई मौत हो गई। एसपी आदित्य कुमार शुक्ला ने बताया कि एम्स के डॉक्टर नोएडा से आगरा की ओर से जा रहे थे। गाड़ी में सात लोग मौजूद थे। सुरीर थाना क्षेत्र के पास तेज रफ्तार कार आगे खड़े डंपर से टकरा गई। इसके बाद गाड़ी डिवाइडर से भी टकराई।
चार डॉक्टरों को दिल्ली रेफर किया गया
इस हादसे में 4 गम्भीर रूप से घायल हैं, घायल डॉक्टरों को पुलिस ने दिल्ली एम्स अस्पताल में भर्ती कराया है। इस हादसे में डॉक्टर हेमबाला, डॉक्टर यशप्रीत, डॉक्टर हर्षद की मौके पर मौत हो गई, जबकि डॉक्टर कैथरीन, डॉक्टर अभिनव और डॉक्टर महेश सहित चार डॉक्टरों को दिल्ली रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि ये सभी डॉक्टर दिल्ली से आगरा जा रहे थे। सभी डॉक्टर इमरजेंसी मेडिसिन डिपार्टमेंट में कार्यरत थे। डॉक्टर हर्षद डिपार्टमेंट के हेड थे और उन्हीं का बर्थडे मनाने के लिए आगरा जा रहे थे।
ओवरटेक के चक्कर में हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि यह हादसा सुबह करीब ढाई बजे हुआ था। कैंटर को ओवरटेक करते वक़्त कार कंटेनर से टकराई। वहीं दूसरे हादसे में तेज रफ्तार बस यमुना एक्सप्रेस वे पर बने फेंसिंग तोड़कर कर हाईवे से नीचे गिर गई। बस औरैया से नोएडा आ रही थी। दोनों हादसे रविवार तड़के होने की जानकारी मिली है।
मौत का हाइवे बना युमना एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेस के बनने के बाद से ही जनवरी 2017 तक इस पर करीब 4076 हादसे हुए हैं। इन हादसों में करीब 548 लोगों की मौत हुई है। साल दर साल यहां पर होने वाले हादसों में तेजी देखने को मिली है। 2015 की तुलना में इस एक्सप्रेस वे पर 2016 में हुए हादसों में करीब 30 फीसद की तेजी दर्ज की गई थी। 2016 में इस एक्सप्रेस वे पर करीब 1193 एक्सीडेंट की घटनाएं हुईं थीं। इनमें करीब 128 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 2015 में यहां पर 919 हादसे हुए थे जिसमें 143 लोगों की मौत हो गई थी।
165 किमी लंबा है ‘आगरा एक्सप्रेस वे’
यमुना एक्सप्रेस वे करीब 165 किमी लंबा है। यह देश का सबसे लंबा छह लेन का एक्सप्रेस वे है। इसके बनने की शुरुआत दिसंबर 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने की थी। 9 अगस्त 2012 को यूपी के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने इसे जनता को बड़ी उम्मीदों के साथ सौंपा था। ग्रेटर नोयडा से शुरू होकर यह एक्सप्रेस वे आगरा तक जाता है। इस एक्सप्रेस वे के बन जाने से आगरा की दूरी बेहद कम हो गई है।