ये हो सकते हैं त्रिपुरा के अगले CM, पहली बार लड़ा है चुनाव
ये हो सकते हैं त्रिपुरा के अगले CM, पहली बार लड़ा है चुनाव
डिजिटल डेस्क, अगरतला। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित कर दिए गए हैं। लेफ्ट का गढ़ माने जाने वाला त्रिपुरा राज्य अब भगवा रंग में रंग गया है। यहां बीजेपी को स्पष्ट बहुमत हासिल हो गया है। 60 विधानसभा सीटों पर हुए चुनावों में यहां बीजेपी गठबंधन ने 43 सीटों पर जीत दर्ज की है। गठबंधन में IPFF को 8 सीटें और बीजेपी को 35 सीटें हासिल हुई हैं। सत्तारूढ़ दल CPI-M को इस बार महज 11 सीटों पर जीत दर्ज कर पाया है। बता दें कि त्रिपुरा में 59 सीटों पर ही वोटिंग हुई थी। यहां चारीलाम सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देबर्मा के निधन की वजह से इस सीट पर 12 मार्च को मतदान होगा।
बीजेपी ने त्रिपुरा में काफी मेहनत की थी और इसी का नतीजा रहा कि वो पिछले 25 सालों से सत्ता में काबिज लेफ्ट के किले को ढहाने में कामयाब रही। बीजेपी राज्य में जीत तो गई है लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि सीएम कौन बनेगा? इसके लिए अभी से सत्ता के गलियारों में कई नामों की चर्चा होने लगी है, जिनमें सबसे पहले विप्लव देव का नाम है। आइए जानते हैं क्यों विप्लव देव हो सकते हैं त्रिपुरा में अगले मुख्यमंत्री?
विप्लव देव का नाम क्यों?
त्रिपुरा में विप्लव देव बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और इस बार वो वेस्ट त्रिपुरा की बनमालीपुर विधानसभा सीट से लड़ रहे हैं। उनके सामने तृणमूल कांग्रेस के कुहेली दास हैं। त्रिपुरा के अगले मुख्यमंत्री की रेस में विप्लव देव का नाम इसलिए सबसे आगे हैं, क्योंकि लो-प्रोफाइल रहकर भी वो अपना काम बखूबी अंदाज में करते हैं। इतना ही नहीं चुनावी नतीजों के बाद विप्लव देव बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी राम माधव के साथ स्टेज भी शेयर करते दिखाए दिए हैं। इससे लग रहा है कि पार्टी हाईकमान अब विप्लव देव का मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपने का मन बना चुकी है। इसके साथ ही बताया ये भी जाता है कि त्रिपुरा में पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैलियों को कामयाब बनाने में भी विप्लव ने पर्दे के पीछे से काफी काम किया है।
साफ छवि के हैं विप्लव
त्रिपुरा में सीएम की रेस में सबसे आगे चल रहे विप्लव देव ने 1999 में त्रिपुरा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था। उनके खिलाफ कोई क्रिमिनल केस भी दर्ज नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विप्लव ने अपने इलेक्शन कमीशन को दिए एफिडेविट में अपनी इनकम मात्र 2,99,290 रुपए बताई है। त्रिपुरा में विप्लव की छवि बहुत साफ मानी जाती है। इतना ही नहीं कहा ये भी जाता है विप्लव बोलने में नहीं बल्कि काम करने पर विश्वास रखते हैं।
RSS से भी जुड़े रहे हैं विप्लव
इसके साथ ही विप्लव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी जुड़े रहे हैं। विप्लव ने RSS के सीनियर लीडर केएन गोविंदाचार्य के साथ काम भी किया है और वो शुरुआत से ही RSS के साथ मिलकर काम करते रहे हैं। विप्लव ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा है और अभी वो 48 साल के हैं। विप्लव की वाइफ बैंक में काम करती हैं और एफिडेविट के मुताबिक, उनकी इनकम 9,01,910 रुपए है।