कर्नाटक : कांग्रेस की विधायकों को चेतावनी, बैठक में नहीं पहुंचे तो होगी कड़ी कार्रवाई

कर्नाटक : कांग्रेस की विधायकों को चेतावनी, बैठक में नहीं पहुंचे तो होगी कड़ी कार्रवाई

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-07 14:09 GMT
कर्नाटक : कांग्रेस की विधायकों को चेतावनी, बैठक में नहीं पहुंचे तो होगी कड़ी कार्रवाई
हाईलाइट
  • कर्नाटक में गठबंधन सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस और जेडीएस संघर्ष कर रही है
  • रविवार को कांग्रेस पार्टी ने एक सर्कुलर जारी कर विधायकों को चेतावनी दी है
  • विधायक दल की बैठक में जो भी अनुपस्थित रहेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक में गठबंधन सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस और जेडीएस संघर्ष कर रही है। इस बीच रविवार को कांग्रेस पार्टी ने एक सर्कुलर जारी कर विधायकों को चेतावनी दी है। विधायकों से कहा गया है कि 9 जुलाई को विधायक दल की बैठक में जो भी अनुपस्थित रहेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पार्टी के सर्कुलर के अनुसार, विधायक दल की बैठक सुबह 9.30 बजे शुरू होगी। सभी कांग्रेस विधायकों को बैठक में भाग लेने के लिए कहा गया है। सर्कुलर में कहा गया है कि कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक को छोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जो गठबंधन सरकार पर संकट के अलावा अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे। सीएलपी की बैठक को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुलाया है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल और दिनेश गुंडू राव भी बैठक में मौजूद रहेंगे।

12 जुलाई से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र से पहले ये बैठक की जा रही है। शनिवार को राज्य विधानसभा की सदस्यता से 11 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य में गठबंधन सरकार एक गंभीर संकट का सामना कर रही है। हालांकि, जेडीएस विधायक एच विश्वनाथ ने दावा किया है कि 14 विधायकों ने संयुक्त रूप से अध्यक्ष केआर रमेश कुमार को इस्तीफा दे दिया है और उनसे उन्हें स्वीकार करने का अनुरोध किया है। अध्यक्ष ने हालांकि अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।

कर्नाटक में इस गठबंधन सरकार को बने अभी 14 महीने ही हुए हैं और जैसी अभी स्थिति है उसे देखकर तो लगता है कि जेडीएस-कांग्रेस का गठबंधन ख़तरे में है। विधानसभा अध्यक्ष विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लेते है तो गठबंधन सरकार अल्पमत में आ जाएगी। कर्नाटक विधानसभा में कुल 225 सीटें हैं। 224 निर्वाचित और 1 नामित विधानसभा सदस्य।

पिछले साल हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 105, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिली थी। इनके अलावा बीएसपी, निर्दलीय और केपीजेपी ने एक-एक सीट जीती थी। बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी राज्य में सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सकी थी। सरकार बनाने के लिए 113 सीटों की जरुरत है।

 

 

 

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