गुजरात के अधिकारी का दावा - मैं हूं विष्णु का 10वां अवतार, नहीं आ सकता ऑफिस
गुजरात के अधिकारी का दावा - मैं हूं विष्णु का 10वां अवतार, नहीं आ सकता ऑफिस
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। "मैं भगवान विष्णु का दसवां अवतार हूं, इसलिए ऑफिस नहीं आ सकता" ये कहना है गुजरात सरकार के एक अधिकारी का। दरअसल गुजरात सरकार के अधिकारी रमेशचंद्र फेफर ने दावा किया है कि वो भगवान विष्णु का 10वां अवतार कल्कि हैं और ऑफिस नहीं आ सकते क्योंकि वो ‘विश्व के लोगों की अंतर आत्मा को बदलने के लिए तपस्या कर रहे हैं। ये दावा उन्होंने कारण बताओ नोटिस के जवाब में किया है।
#WATCH: A Gujarat govt official Rameshchandra Fefar,who claims that he is incarnation of Kalki, 10th incarnation of Lord Vishnu,said, "Just like everybody laughed at me at the time of Mahabharata, you guys are doing the same because you"re unable to see God in me". (18.5.2018) pic.twitter.com/QJWLErLuK0
— ANI (@ANI) 19 मई 2018
#Gujarat: A state govt official named Rameshchandra Fefar has claimed that he"s incarnation of Kalki, the 10th incarnation of Lord Vishnu, can"t come to office because "he remains in fifth dimension which makes it impossible for him to come to office". pic.twitter.com/fOSyj9i5Xu
— ANI (@ANI) May 19, 2018
सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी के अधिकारी हैं रमेशचंद्र
सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी ( SSPA ) के अधीक्षक अभियंता रमेशचंद्र फेफर ने कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए कहा है कि उसकी तपस्या के कारण ही देश में अच्छी बारिश हो रही है। रमेशचंद्र फेफर को जारी कारण बचाओ नोटिस और उनका ये जवाब अब वायरल हो चुका है।
मीडिया के सामने भी किया दावा
शुक्रवार को राजकोट स्थित आवास पर फेफर ने मीडिया से कहा कि, आप विश्वास नहीं करेंगे लेकिन मैं भगवान विष्णु का दसवां अवतार हूं और आने वाले दिनों में मैं इसे साबित करके दिखाउंगा। मार्च 2010 में जब मैं कार्यालय में था तब मैने महसूस किया था कि मैं कल्कि अवतार हूं। तभी से मेरे पास दिव्य शक्तियां हैं।
करीब आठ महीने में 16 दिन ऑफिस पहुंचे फेफर
नोटिस के मुताबिक फेफर पिछले आठ महीने में वडोदरा स्थित अपने ऑफिस में सिर्फ 16 दिन उपस्थित रहे हैं। सरदार सरोवर परियोजना से प्रभावित लोगों के पुनर्वास का काम सरदार सरोवर पुनर्वासवत एजेंसी देख रही है। उनकी उपस्थिति इतनी कम होने पर फेरर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जानकारी के मुताबिक करीब तीन दिन पहले ही एजेंसी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा था।
ऑफिस में बैठकर तपस्या नहीं कर सकता
नोटिस के जवाब में फेफर ने कहा कि वो उम्र के पांचवे दशक में पहुंच चुके हैं कार्यालय नहीं आ सकते। क्योंकि वो तपस्या में लीन हैं। दो पन्न के जवाब में अधिकारी ने कहा कि मैं उम्र के पांचवे दशक में प्रवेश करने के साथ ही वैश्विक अंत: करण के बदलाव के लिए अपने घर में तपस्या कर रहा हूं। मैं कार्यालय में बैठ कर इस तरह की तपस्या नहीं कर सकता हूं।
देश को सूखे से बचाने के लिए तपस्या जरूरी
अधिकारी ने दावा किया है कि वो कल्कि अवतार हैं इसलिए भारत में अच्छी बारिश हो रही है। अधिकारी ने कहा कि उनकी तपस्या के कारण ही देश में पिछले 19 साल से अच्छी बारिश हो रही है। फेफर ने कहा कि अब यह सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी को तय करना चाहिए कि एजेंसी के लिए मुझे ऑफिस में बैठा कर समय पास करवाना महत्वपूर्ण है या फिर देश को सूखे से बचाने के लिए कुछ ठोस काम करना.