Modi Message: आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ का पैकेज; पीएम मोदी बोले- 18 मई से होगा लॉकडाउन 4.0

Modi Message: आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ का पैकेज; पीएम मोदी बोले- 18 मई से होगा लॉकडाउन 4.0

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-12 14:29 GMT
Modi Message: आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ का पैकेज; पीएम मोदी बोले- 18 मई से होगा लॉकडाउन 4.0

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।कोरोना महासंकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित किया। 33 मिनट की स्पीच के दौरान उन्होंने देश की आर्थिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया। यह पैकेज भारत की जीडीपी का 10 प्रतिशत होगा। इसके साथ ही उन्होंने देश में 18 मई लॉकडाउन 4 के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन 4 नए रंग-रूप और नए नियमों वाला होगा। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना अभूतपूर्व संकट है और इससे उबरने लिए आत्मनिर्भर भारत ही एकमात्र रास्ता है। इसके लिए हमें लोकल उद्योगों को सपोर्ट करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है।

बता दें कि देश में लॉकडाउन के 54 दिन में यह उनका पांचवां देश के नाम संदेश है। पहली बार उन्होंने 19 मार्च को देश को संबोधित किया था। लॉकडाउन फेज-4 पर कोई भी फैसला लेने के पहले पहले मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों से करीब 6 घंटे बातचीत की थी। कोरोना की वजह से देश पहला लॉकडाउन 25 मार्च से 14 अप्रैल तक और दूसरा लॉकडाउन 15 अप्रैल से 3 मई तक रखा गया था। इसके बाद तीसरे फेज का लॉकडाउन 4 मई से 17 मई तक है। 

पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत
पीएम मोदी ने कहा कि 20 लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज, 2020 में आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा। उन्होंने कहा कि एक्सपर्ट बताते हैं कि कोरोना लंबे समय तक जिंदगी का हिस्सा बना रहेगा, लेकिन हम अपने लक्ष्यों को दूर नहीं होने देंगे। मोदी ने रात आठ बजे से देश को संबोधित करते हुए कहा, आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा करता हूं। हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे, और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है। ये पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 प्रतिशत है। इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉज सभी पर बल दिया गया है।

पैकेज से इन्हें मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, लघु, मंझोले उद्योग, एमएसएमई के लिए हैं। जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन हैं। जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है। यह आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, उस किसान के लिए है, जो हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम करते हैं। यह आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देकर देश के विकास में योगदान देता है। यह पैकेज आर्थिक जगत के लिए है जो भारत के आर्थिक विकास को बुलंदी देते हैं। आगे वित्त मंत्री के स्तर से इस आर्थिक पैकेज की विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

भारत ने आपदा को अवसर में बदल दिया, आत्मनिर्भरत भारत बनाना है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना से मुकाबला करते हुए चार हफ्ते से ज्यादा बीत चुके हैं। इस दौरान 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए और पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की दुखद मौत हो चुकी है। भारत में भी अनेक परिवारो ने अपने स्वजन खोए हैं। मैं सभी के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान आत्मनिर्भर भारत का नारा देते हुए कहा कि हमने आपदा को अवसर में बदल दिया।

इस संकट में थकना, हारना, टूटना, बिखरना मानव को मंजूर नहीं 
पीएम मोदी ने कहा कि एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है। विश्व भर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रहीं हैं। सारी दुनिया जिंदगी बचाने में एक प्रकार से जंग में जुटी है। हमने ऐसा संकट न देखा है और न ही सुना है। निश्चित तौर पर मानव जाति के लिए यह सब कुछ अकल्पनीय है। यह क्राइसिस अभूतपूर्व है। लेकिन थकना, हारना, टूटना, बिखरना मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए अब हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है।

आत्मनिर्भर भारत पर दिया जोर
पीएम मोदी ने कहा कि जब दुनिया संकट में है तब हमें अपना संकल्प और मजबूत करना है। हमारा संकल्प इस संकट से भी विराट होगा। पीएम मोदी ने कहा कि साथियों हम पिछली शताब्दी से भी लगातार सुनते आए हैं कि 21 वीं सदी हिंदुस्तान की सदी है। हमें वैश्विक व्यवस्थाओं को विस्तार से देखने का मौका मिला है। कोरोना संकट के बाद भी दुनिया में जो स्थितियां बन रहीं हैं, उसे भी हम निरंतर देख रहे हैं। जब दोनों काल खंडों को भारत के नजरिए से देखते हैं तो लगता है कि 21 वीं सदी भारत की हो, यह हमारा सपना ही नहीं हम सभी की जिम्मेदारी भी है। पीएम मोदी ने कहा कि विश्व की आज की स्थिति यह सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है आत्म निर्भर भारत। साथियों एक राष्ट्र के रूप में हम एक अहम मोड़ पर खड़े हैं। इतनी बड़ी आपदा भारत के लिए एक संकेत लेकर आई है। एक संदेश लेकर आई है। एक अवसर लेकर आई है।

मोदी की स्पीच के 3 अहम प्वाइंट

  • आत्मनिर्भर भारत: मोदी ने कहा- ‘‘मैंने अपनी आंखों के साथ कच्छ भूकंप के दिन देखे हैं। हर तरफ सिर्फ मलबा ही मलबा। सबकुछ ध्वस्त हो गया था। ऐसा लगता था मानो कच्छ मौत की चादर ओढ़ कर सो गया था। उस परिस्थिति में कोई सोच भी नहीं सकता था कि कभी हालत बदल पाएगी। लेकिन देखते ही देखते कच्छ उठ खड़ा हुआ। कच्छ बढ़ चला। यही हम भारतीयों की संकल्पशक्ति है। हम ठान लें तो कोई लक्ष्य असंभव नहीं, कोई राह मुश्किल नहीं। और आज तो चाह भी है, राह भी है। ये है भारत को आत्मनिर्भर बनाना।’’
  • आत्मनिर्भर भारत के 5 स्तंभ:  ‘‘भारत आत्मनिर्भर बन सकता है। यह भव्य इमारत पांच पिलर्स पर खड़ी है। पहला पिलर- इकोनॉमी। एक ऐसी इकोनॉमी जो इन्क्रीमेंटल चेंज नहीं, बल्कि क्वांटम जम्प लाए। दूसरा पिलर- इन्फ्रास्ट्रक्चर। एक ऐसा इन्फ्रास्ट्रक्चर जो आधुनिक भारत की पहचान बने। तीसरा पिलर- सिस्टम। ऐसा सिस्टम जो बीती शताब्दी की रीति नहीं, बल्कि 21वीं शताब्दी की टेक्नोलॉजी ड्रिवन व्यवस्था पर आधारित हो। चौथा पिलर- डेमोग्राफी। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की डेमोग्राफी आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है। पांचवां पिलर- डिमांड। इसका चक्र और इसकी ताकत का इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है।’’
  • विशेष आर्थिक पैकेज: ‘‘देश में डिमांड बढ़ाने और इसे पूरा करने के लिए हमारी सप्लाई चेन के हर स्टेकहोल्डर का सशक्त होना जरूरी है। हमारी सप्लाई चेन को हम मजबूत करेंगे, जिसमें मेरे देश की मिट्‌टी की महक हो। हमारे मजदूरों के पसीने की खुशबू हो। कोरोना संकट का सामना करते हुए नए संकल्प के साथ मैं आज 20 लाख करोड़ रुपए के एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं। यह आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा।’’

 

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