खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले- बिना किसी दबाव के खेलिए, अपना शत प्रतिशत दीजिए
Tokyo Paralympics खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले- बिना किसी दबाव के खेलिए, अपना शत प्रतिशत दीजिए
- पीएम मोदी ने पैरालम्पिक्स के खिलाड़ी दल से बातचीत की
- पैरालम्पिक्स बिना किसी दबाव के खेलिए- प्रधानमंत्री मोदी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (मंगलवार) पैरालम्पिक्स के खिलाड़ी दल से बातचीत की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, पैरालम्पिक्स में सबसे बड़ी संख्या में भारत के Athletes जा रहे हैं। आपको बस अपना शत-प्रतिशत देना है, पूरी लगन के साथ मैदान पर अपनी मेहनत करनी है। मेडल तो मेहनत से अपने आप आ जाएंगे। नई सोच का भारत अपने खिलाड़ियों पर मेडल का दबाव नहीं बनाता है।
The talented Mariyappan Thangavelu is an inspiration for budding athletes. Happy to have interacted with him earlier today. pic.twitter.com/kKsdIkSRlt
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2021
पीएम मोदी ने कहा, आज देश में स्पोर्ट्स से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर का भी विस्तार किया जा रहा है। देश खुले मन से अपने हर एक खिलाड़ी की पूरी मदद कर रहा है। ‘टार्गेट ओलम्पिक पोडियम स्कीम’ के जरिए भी देश ने खिलाड़ियों को जरूरी व्यवस्थाएं दीं, लक्ष्य निर्धारित किए। उसका परिणाम आज हमारे सामने है। खेलों में अगर देश को शीर्ष तक पहुंचना है तो हमें उस डर को मन से निकालना होगा, जो पुरानी पीढ़ी के मन में बैठ गया था।भारत में स्पोर्ट्स कल्चर को विकसित करने के लिए हमें अपने तौर-तरीकों को लगातार सुधारते रहना होगा।
पीएम मोदी ने कहा, खिलाड़ी की पहचान होती है कि वो हार से भी सीखता है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की पैरा तीरंदाज ज्योति जी इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। वे टोक्यो पैरालम्पिक में पदक जीतकर देश का नाम रोशन करना चाहती हैं। जम्मू-कश्मीर के पैरा तीरंदाज राकेश कुमार जी ने 25 वर्ष की उम्र में हुए एक बड़े हादसे के बाद भी हौसला नहीं खोया और जीवन की बाधाओं को ही अपनी सफलता का मार्ग बना लिया।
सोमन जी इस बात के उदाहरण हैं कि जब जीवन में एक संकट आता है, तो दूसरा दरवाजा भी खुल जाता है। कभी सेना की बॉक्सिंग टीम के सदस्य रहे सोमन जी टोक्यो पैरालम्पिक की गोला फेंक स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। जालंधर, पंजाब की पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी पलक कोहली जी की उम्र बहुत छोटी है, लेकिन उनके संकल्प बहुत बड़े हैं। उन्होंने बताया कि कैसे उनकी Disability आज Super Ability बन गई है।
पीएम मोदी ने कहा, अनुभवी पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी पारुल परमार जी एक बड़ा लक्ष्य लेकर टोक्यो पैरालम्पिक में हिस्सा लेने जा रही हैं। उनके पिता के संदेश उनकी सबसे बड़ी ताकत हैं। मध्य प्रदेश की प्राची यादव पैरालम्पिक की कैनोइंग स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। जिस प्रकार उनके पिता ने उनका हौसला बढ़ाया, वो हर मां-बाप के लिए एक मिसाल है।
पीएम मोदी ने कहा, पश्चिम बंगाल की पैरा पावर लिफ्टर सकीना खातून जी इस बात का जीवंत उदाहरण हैं कि अगर इच्छाशक्ति हो तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। वे गांवों की बेटियों के लिए एक प्रेरणास्रोत हैं। हरियाणा के पैरा शूटर सिंहराज जी ने यह साबित कर दिया है कि यदि समर्पण और परिश्रम हो तो लक्ष्य को हासिल करने में उम्र बाधा नहीं बन सकती है।