प्रद्युम्न मर्डर केस: बस कंडक्टर अशोक को अभी क्लीन चिट नहीं, जमानत टली
प्रद्युम्न मर्डर केस: बस कंडक्टर अशोक को अभी क्लीन चिट नहीं, जमानत टली
डिजिटल डेस्क, गुरुग्राम। प्रद्युम्न मर्डर केस में गुरुग्राम के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में बस कंडक्टर अशोक की जमानत याचिका पर अगली सुनवाई 20 नवंबर को होगी। गौरतलब है कि प्रद्युम्न मर्डर केस में CBI ने अशोक को आरोपी मानने से इंकार कर दिया था और उसके स्कूल के ही स्टूडेंट को इस मामले में पकड़ा था। जिसके बाद अशोक के वकील ने कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी। हालांकि कोर्ट में CBI ने कंडक्टर अशोक की जमानत याचिका पर ऐतराज जताते हुए कहा कि अभी उसे इस मामले में क्लीन चिट नहीं दी गई है।
आपको बता दें कि पुलिस द्वारा आरोपी बनाए गए बस कंडक्टर अशोक के वकील ने गुरुग्राम के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी। याचिका में कहा गया था कि अशोक कुमार पूरी तरह से निर्दोष है और उसे केस में गलत तरीके से फंसाया गया है और इस मामले में दूसरा आरोपी पकड़ा जा चुका है। अशोक कुमार से किसी भी प्रकार की पूछताछ की कोई जरूरत नहीं है। जिसपर CBI ने गुरूवार को कहा कि अशोक कुमार के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं मिला लेकिन मामले में और भी रिपोर्ट आना बाकी है इसके बाद ही कोई फैसला लिया जा सकता है। मामले की सुनवाई 20 नवंबर को होगी।
बस कंडक्टर अशोक को CBI ने दी थी क्लीन चिट
प्रद्युम्न मामले में गुरुग्राम पुलिस द्वारा गिरफ्तार बस कंडक्टर अशोक को CBI ने क्लीन चिट देने की बात कही थी । CBI का कहना है कि बच्चे की हत्या में अशोक की कोई संलिप्तता नहीं है। CBI से मौखिक क्लीन चिट मिलने के बाद बस कंडक्टर अशोक के वकील मोहित वर्मा ने अदालत में जमानत याचिका दायर की थी। अशोक के वकील ने कहा यह भी कहा है कि जैसे ही अशोक की जमानत होगी तो हम गुरुग्राम पुलिस और रायन इंटरनेशनल पर मानहानि का केस दायर करेंगे, लेकिन अदालत को सीबीआई से क्लीन चिट को लेकर हलफनामा चाहिए, जो अभी तक पेश नहीं किया गया है।
11वीं क्लास का छात्र निकला आरोपी
प्रद्युम्न केस में एक नया मोड़ तब आया जब CBI ने अपनी जांच में खुलासा किया है कि गुरुग्राम पुलिस को केस को चंद घंटों में सुलझाने की जल्दबाजी थी, इसलिए उसने बस कंडक्टर अशोक कुमार के पास से हथियार मिलने की बात कहकर उसे आरोपी बना दिया। CBI के एक अधिकारी के अनुसार हत्या के समय एक ही चाकू बरामद हुआ था जो आरोपी बच्चा का लेकर आया था इसलिए गुरुग्राम पुलिस का अशोक कुमार पर चाकू लाने का दावा भी आधारहीन है।