'मन की बात' में पीएम ने भगवान कृष्ण और राष्ट्रपिता गांधी को किया याद
'मन की बात' में पीएम ने भगवान कृष्ण और राष्ट्रपिता गांधी को किया याद
- दूसरे कार्यकाल में तीसरी बार 'मन की बात' के जरिये लोगों से मुखातिब हुए पीएम मोदी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (25 अगस्त) रेडियो कार्यक्रम "मन की बात" के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। दूसरे कार्यकाल में पीएम तीसरी बार रेडियो के जरिये लोगों से मुखातिब हुए। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पीएम का यह पहला मन की बात कार्यक्रम है। कार्यक्रम के दौरान पीएम ने कई अहम विषयों पर बात की। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद किया और स्वच्छता अभियान, फिट इंडिया समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। पीएम ने कहा, इस बार 11 सितंबर से "स्वच्छता ही सेवा अभियान" की शुरुआत होगी। पीएम ने 29 अगस्त को ‘राष्ट्र खेल दिवस’ पर फिट इंडिया मूवमेंट लॉन्च करने की घोषणा की।
Everyone can find solutions to present-day problems from Lord Krishna"s life: PM Modi
— ANI Digital (@ani_digital) August 25, 2019
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पीएम मोदी ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती का जिक्र करते हुए कहा, हमारा देश एक तरफ वर्षा का आनंद ले रहा है, वहीं दूसरी ओर देश में हर जगह कोई न कोई त्योहार मनाया जा रहा। जब हम उत्सवों की चर्चा कर रहे हैं, तब भारत एक और बड़े उत्सव की तैयारी में जुटा है। भारत के साथ-साथ दुनियाभर में इसकी चर्चा है। मैं बात कर रहा हूं महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की। एक सुदर्शन चक्रधारी मोहन हैं और एक चरखाधारी मोहन। भगवान श्री कृष्ण के जीवन से वर्तमान की समस्याओं का समाधान ढूंढा जा सकता है।
PM Narendra Modi in #MannKiBaat: India is preparing for a mega festival and the world is talking about it- 2nd October, the 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi. The spirit of service has been an inseparable part of Mahatma Gandhi"s life. pic.twitter.com/8nK55VkZDw
— ANI (@ANI) August 25, 2019
मन की बात में पीएम मोदी ने कहा...
- गांधी जी ने उन किसानों की सेवा की, जिनके साथ चंपारण में भेद-भाव हो रहा था। उन मिल मजदूरों की सेवा की, जिन्हें उचित मजदूरी नहीं मिल रही थी। गांधी जी ने गरीब, बेसहारा और कमजोर लोगों की सेवा को अपने जीवन का परम कर्तव्य माना।
- महात्मा गांधी अनगिनत भारतीयों की तो आवाज बने ही, साथ ही मानव मूल्य और मानव गरिमा के लिए वे विश्व की आवाज बन गए थे। सत्य के साथ गांधीजी का जितना अटूट नाता रहा है, सेवा के साथ भी उतना ही अनन्य-अटूट नाता रहा है। ये मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे पूज्य महात्मा गांधी से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जगहों पर जाकर के नमन करने का अवसर मिला है।
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आपको याद होगा पिछले कुछ सालों में हम 2 अक्टूबर से पहले लगभग 2 सप्ताह तक देशभर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान चलाते हैं। इस बार यह 11 सितम्बर से शुरू होगा। 2 अक्टूबर को जब बापू की 150वीं जयंती मनाएंगे तो इस अवसर पर हम उन्हें न केवल खुले में शौच से मुक्त भारत समर्पित करेंगे, बल्कि उस दिन पूरे देश में प्लास्टिक के खिलाफ एक नए जन-आंदोलन की नींव रखेंगे।
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कई व्यापारी भाइयों-बहनों ने दुकान में एक तख्ती लगा दी है, जिस पर यह लिखा है कि ग्राहक अपना थैला साथ लेकर आएं। इससे पैसा भी बचेगा और पर्यावरण की रक्षा में भी वे अपना योगदान दे पाएंगे। हमारी संस्कृति में अन्न की बहुत अधिक महिमा रही है। संतुलित और पोषक भोजन हम सभी के लिए जरूरी है।
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हर कोई श्रीकृष्ण के जीवन में से समस्याओं का समाधान ढूंढ सकता है। वह कभी रास में रम जाते थे तो कभी गायों के बीच तो कभी ग्वालों के बीच, कभी खेलकूद करना तो कभी बांसुरी बजाना, विविधितताओं से भरा यह व्यक्तित्व समाजशक्ति को समर्पित, लोकशक्ति को समर्पित, मित्रता कैसी हो तो सुदामा वाली घटना कौन भूल सकता है। युद्धभूमि में सारथी का काम स्वीकार कर लेना, कभी चट्टान तो कभी पत्तल उठाने का काम यानी हर चीज में नयापन महसूस होता है। आज जब मैं आपसे बात करता हूं तो मेरा दो मोहन की ओर ध्यान जाता है एक सुदर्शनचक्रधारी मोहन और दूसरे चरखाधारी मोहन।
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मैन वर्सेस वाइल्ड का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा, भारत का संदेश, उसकी परंपरा, संस्कार यात्रा में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता, इन सारी बातों से विश्व को रूबरू कराने में ये एपिसोड बहुत मदद करेगा। कई लोग जानना चाहते हैं कि बेयर ग्रिल्स ने मेरी हिंदी कैसे समझी। लोग पूछते हैं क्या इसे एडिट किया गया या कई बार शूट किया गया। बेयर ग्रिल्स और मेरे बीच टेक्नोलॉजी ने पुल का काम किया। उनके कान के पास एक कॉर्डलेस डिवाइस लगा था। मैं जो हिंदी में बोल रहा था, वह अंग्रेजी में ट्रांसलेट होकर उन्हें सुनाई दे रहा था।
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पीएम ने कहा, यह न्यू इंडिया है। हम लक्ष्यों को जल्द से जल्द पूरा करते हैं। 2019 में ही हमने टाइगर की संख्या दोगुनी कर दी। भारत में बाघों की संख्या ही नहीं बल्कि संरक्षित इलाकों और कम्युनिटी रिजर्व की संख्या भी बढ़ी हैं। भारत में बाघों की आबादी 2967 है। 29 अगस्त को ‘राष्ट्र खेल दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर हम देश भर में ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ शुरू करने वाले हैं।