23 साल बाद भारत ने पाकिस्तान से वापस लिया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा
23 साल बाद भारत ने पाकिस्तान से वापस लिया मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा
- 1996 में भारत ने दिया था एमएनफ का दर्जा
- उरी हमले के बाद भी उठी थी मांग
- पाकिस्तान ने भारत को कभी नहीं दिया ये दर्जा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले के बाद भारत ने बड़ा कदम उठाया है। पाकिस्तान को 1996 में दिए गए मोस्ट फेवर्ड नेशन (सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र) का दर्जा भारत ने वापस ले लिया है। बता दें कि भारत ने 23 साल पहले पाकिस्तान को ये दर्जा दे दिया था, लेकिन पाकिस्तान ने कभी भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा नहीं दिया। इससे पहले उरी हमले के बाद भी पाकिस्तान से एमएनएफ का दर्जा वापस लेने की मांग की गई थी।
क्या है MNF का मतलब?
मोस्ट फेवर्ड नेशन या सर्वाधिक तरजीह देश का दर्जा कोई भी देश उस राष्ट्र को देता है, जिसके साथ संबंध ज्यादा अच्छे होते हैं। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियमों और विश्व व्यापार संगठन के मुताबिक व्यापार में तरजीह देने वाले देश को एमएनएफ का दर्जा दिया जाता है। ये दर्जा एक तरह से इस बात का आश्वासन होता है कि पड़ोसी देश के कारोबार को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। इस दर्जे के बाद देश एक दूसरे को व्यापार में छूट देते हैं। 2012 के आंकड़ों पर गौर करें तो भारत और पाकिस्तान के बीच 2.60 बिलियन डॉलर का व्यापार होता है।
Union Minister Arun Jaitley: People who are responsible and have supported this act of terrorism will have to pay a heavy price for it. #PulwamaTerrorAttack pic.twitter.com/iFvBxOHwJr
— ANI (@ANI) 15 February 2019
भारत को हो सकता है व्यापारिक घााटा
पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीनने के बाद भारत को व्यापारिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। ये भी हो सकता है कि दर्जा छीनने के बाद पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार रोक दे, लेकिन देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत ने पाकिस्तान से ये दर्जा छीन लिया।