आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने शहरी भारत को कचरा मुक्त बनाने के लिए लॉन्च किया रोडमैप
भारत सरकार आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने शहरी भारत को कचरा मुक्त बनाने के लिए लॉन्च किया रोडमैप
- जीएफसी के लिए हाल ही में संपन्न प्रमाणीकरण अभ्यास में लगभग 2238 शहरों ने भाग लिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुशासन दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को भारत सरकार के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने आजादी एट 75 कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग प्रोटोकॉल टूलकिट 2022 को लॉन्च किया। कूड़ा प्रबंधन में यह सरकार का सबसे महत्वपूर्ण उपकरण, कचरा मुक्त शहरों के लिए स्टार रेटिंग प्रोटोकॉल है।
इस स्टार रेटिंग प्रोटोकॉल टूलकिट 2022 को लॉन्च करते हुए आवास और शहरी कार्य मंत्रालय सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि टूलकिट के साथ आने का उद्देश्य मानदंडों की कठोरता को बनाए रखते हुए चीजों को सरल और समझने में आसान बनाना है।
उन्होंने सभी शहरों से पूरी तैयारी के साथ रेटिंग प्रक्रिया में भाग लेने का आह्वान किया। मिश्रा ने आगे कहा कि टूलकिट के सरलीकरण से सभी शहरों को कम से कम 3 स्टार रेटिंग प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जाएगा और इनमें से कई उच्च रेटिंग प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि किसी भी मार्गदर्शन और प्रशिक्षण की आवश्यकता वाले शहरों को एमओएचयूए संभालेगा। उन्होने शहर के प्रशासकों और जन प्रतिनिधियों से इस मिशन में बड़ी संख्या में लोगों को शामिल करने और विशेष रूप से स्थानीय भाषाओं और बोलियों में आईईसी गतिविधियों को तेज करने का आह्वान भी किया।
कार्यक्रम में बोलते हुए आवास और शहरी कार्य मंत्रालय सचिव ने कहा कि शहरों को साफ-सुथरा बनाने के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने से न केवल शहर में भूमि मूल्य और निवेश में वृद्धि होगी, बल्कि लोगों को अपने आवासों पर भी गर्व होगा और इसके साथ ही उच्च रेटिंग वाले भारतीय शहरों की तुलना दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों से की जाएगी।
स्टार रेटिंग प्रमाणन के बारे में विस्तार से बताते हुए मिशन की निदेशक रूपा मिश्रा ने कहा कि कई यूएलबी को कुछ उठाना होगा और यह टूलकिट प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएगा।
आपको बता दें कि एक अक्टूबर 2021 को प्रधानमंत्री मोदी ने कचरा मुक्त शहर बनाने के समग्र ²ष्टि के साथ स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 का शुभारंभ किया था और अब पूरे वर्ष निरंतर मूल्यांकन के साथ संयुक्त नया प्रोटोकॉल शहरों को कचरा मुक्त शहर के ²ष्टिकोण को साकार करने और भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करेगा।
दरअसल, जीएफसी के लिए हाल ही में संपन्न प्रमाणीकरण अभ्यास में लगभग 2238 शहरों ने भाग लिया, जिनमें से कुल 299 शहरों में से 9 शहरों को 5 स्टार, 143 शहरों को 3 स्टार और 147 शहरों को 1 स्टार से प्रमाणित किया गया।
( आईएएनएस )