मायावती का दावा- मोदी सरकार चुनाव हार रही है, RSS ने भी छोड़ा साथ
मायावती का दावा- मोदी सरकार चुनाव हार रही है, RSS ने भी छोड़ा साथ
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है साथ ही उन्होंने बड़े दावे भी किए हैं। मायावती ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, इस चुनाव में मोदी सरकार की हार होने वाली है। आरएसएस ने भी पीएम मोदी का साथ छोड़ दिया है क्योंकि इस चुनाव में हमें आरएसएस के स्वयंसेवक झोला लेकर नजर नहीं आते हैं। मायावती ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा, जनविरोध का सामना करना पड़ रहा है इसलिए मोदी के पसीने छूट रहे हैं।
BSP Chief Mayawati: PM Modi"s government is losing this election, it appears that even RSS has stopped supporting them. In view of unfulfilled election promises the public agitation, their swayamsevaks are not being seen putting in the work, it has made Shri Modi nervous. pic.twitter.com/u5EFsCITDD
— ANI UP (@ANINewsUP) May 14, 2019
चुनाव प्रचार के दौरान रोड शो और मंदिरों में दिग्गजों के पूजा-पाठ को लेकर मायावती ने कहा, चुनावों के दौरान रोड-शो और भजन कीर्तन करना फैशन बन गया है। इसमें बहुत अधिक पैसा खर्च होता है। चुनाव आयोग को चाहिए कि वो इस पैसे को भी उम्मीदवार के खर्चे में जोड़ दे। मायावती ने ये भी कहा कि, जब किसी उम्मीदवार पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए बैन लगता है, तब वो सार्वजनिक जगहों पर जाते हैं और मंदिरों में पूजा करते हैं। इस चीज को मीडिया में दिखाया जाता है। ये भी बंद होना चाहिए। चुनाव आयोग को इस पर कार्रवाई करना चाहिए।
Bahujan Samaj Party (BSP) Chief Mayawati: Roadshows and offering prayers has become a fashion during elections, where a lot of money is spent. Election Commission should add this expense to the candidate"s total expenditure limit. pic.twitter.com/bdCKTFpDjI
— ANI UP (@ANINewsUP) May 14, 2019
सोमवार को भी मायावती ने प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा था, मुझे पता चला है कि बीजेपी में खासकर विवाहित महिलाएं अपने पतियों को मोदी के करीब जाता देख घबरा जाती हैं। वह सब यह सोचती हैं कि कहीं मोदी अपनी औरत की तरह हमको भी हमारे पतियों से अलग न करवा दें। मायावती ने कहा था, बीजेपी के लोग महिलाओं का सम्मान नहीं करते यहां तक कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए पीएम मोदी ने अपनी पत्नी को भी छोड़ दिया। मोदी अगर राजनीतिक लाभ के लिए अपनी पत्नी को छोड़ सकते हैं तो फिर देश की मां व बहनों को वह कैसे न्याय दे सकते हैं।