कर्नाटक: अमित शाह की स्पीच को ट्रांसलेटर ने कहा- मोदी देश बर्बाद कर देंगे
कर्नाटक: अमित शाह की स्पीच को ट्रांसलेटर ने कहा- मोदी देश बर्बाद कर देंगे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल के दिनों में यह दूसरा मौका है जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए पार्टी के बड़े नेता गलती से मूल भावना से हटकर कुछ और कह गए हों। वो कहना कुछ और चाहते थे लेकिन बोल कुछ और गए। इस वजह से पार्टी की खूब किरकिरी भी हुई। ताजा मामला बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की कर्णाटक के दवानागिरी की रैली का है। यहां अमित शाह ने सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, "सिद्धारमैया सरकार कर्नाटक का विकास नहीं कर सकती। आप मोदी जी पर विश्वास करके येदुरप्पा को वोट दीजिये। हम कर्नाटक को देश का नंबर वन राज्य बनाकर दिखाएंगे।"
दरअसल भाजपा सांसद प्रह्लाद जोशी ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा हिंदी में दिए गए भाषण के एक वाक्य का कन्नड़ में गलत ट्रांसलेसन कर दिया और कह दिया कि ‘नरेंद्र मोदी गरीबों और दलितों के लिए कुछ नहीं करेंगे’। इससे पहले मंगलवार (27-03-2018) को देवांगिरी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गलती से कह दिया था कि भ्रष्टाचार की प्रतिस्पर्धा में येदियुरप्पा पहले नंबर पर आएंगे। हालांकि अमित शाह के बगल में बैठे पार्टी सांसद प्रहलाद जोशी ने तुरंत अमित शाह को उनकी भूल का एहसास दिलाया। इसके बाद अमित शाह ने अपनी गलती सुधारते हुए कहा कि ‘अरे सिद्धारमैया सरकार भ्रष्टाचार में नबर एक है’। हालांकि कांग्रेस ने तुरंत बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से हुई इस भूल का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।
ये पहली बार नहीं है जब बीजेपी नेताओं को दक्षिण भारत में प्रचार करने में दिक्कत हुई हो। इसके पहले फरवरी में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरु में सभा करने आए थे तब रैली में आए अधिकतर लोगों को उनका हिंदी में दिया हुआ भाषण समझ नहीं आया। इस पर बीजेपी के लिए ट्रांसलेशन का काम कर चुके एक कन्नड़ ट्रांसलेटर ने बताया कि, इस बार बीजेपी अपने नेताओं से ट्रांसलेशन में मदद ले रही है। इस कारण कई जगह सही बातें भी मजाक बन जाती है।
बता दें कि अमित शाह ने चित्रदुर्ग में अपने आधे भाषण में ट्रांसलेटर की मदद ली। बाकी आधा भाषण हिंदी में दिया। उन्होंने जब हिंदी में कन्नड़ के लोगों से पूछा कि क्या आप येदुरप्पा को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं? तो यह बात लोगों को समझ नहीं आई और उन्होंने ना कह दिया।
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां काफी बढ़ गई हैं। बीते मंगलवार को चुनाव आयोग ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी कर दिया। राज्य में 12 मई को चुनाव कराए जाएंगे जबकि 15 मई को मतों की गिनती की जाएगी।