वंशवाद के आरोप पर कार्यक्रम में रो पड़े देवगौड़ा, बीजेपी ने बताया 'ड्रामा'
वंशवाद के आरोप पर कार्यक्रम में रो पड़े देवगौड़ा, बीजेपी ने बताया 'ड्रामा'
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। जनता दल सेक्यूलर (JDS) के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा अपने खिलाफ वंशवादी राजनीति करने का आरोप लगते देख एक कार्यक्रम में ही रो पड़े। इस मौके पर उनके बड़े बेटे एचडी रेवन्ना और पोते प्रज्वल रेवन्ना भी रो पड़े। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में जेडीएस से देवगौड़ा के दोनों पोतों निखिल कुमारस्वामी को मांडया और प्रज्वल को हासन सीट से टिकट दिया गया है। इस फैसले के बाद से देवगौड़ा परिवार पर वंशवादी राजनीति करने के आरोप लग रहे हैं। देवगौड़ा इसी आरोप पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कार्यक्रम में ही भावुक हो गए।
#WATCH Former PMJD(S) leader HD Deve Gowda gets emotional as he announces that his grandson Prajwal Revanna will be JD(S) candidate from Hassan constituency; says, "With your blessingsblessings of Channakeshava God, I"ve chosen Prajwal Revanna from Hassan." #Karnataka (13.03) pic.twitter.com/gCE0ZN1yK2
— ANI (@ANI) March 14, 2019
देवेगौड़ा ने हासन में प्रज्वल के प्रचार अभियान की शुरुआत के लिए आयोजित कार्यक्रम में भावुक अंदाज में कहा, इतने सारे आरोप, मीडिया में सुबह से ही देवगौड़ा, रेवन्ना, कुमारस्वामी और उनके बेटों के बारे में बात हो रही है। बात करते हुए देवगौड़ा की आंखों से आंसू निकल आए और उनकी आवाज भी भर आई। ये सब देखकर वहां मौजूद जेडीएस समर्थकों ने उनसे शांत हो जाने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में प्रज्वल और उनके पिता रेवन्ना भी भावुक हो गए। प्रज्वल देवेगौड़ा के बड़े बेटे और राज्य सरकार में लोक निर्माण मंत्री एचडी रेवन्ना के बेटे हैं। वह हासन सीट से कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के उम्मीदवार हैं।
Former PMJD(S) leader HD Deve Gowda: I have given priority to all. We made Lingayat leader MLC in Sakleshpur. But allegation is that I"m only providing seats to my sons grandsons. I will work till my body has strength. I don"t waste my time. #Karnataka (13.03) https://t.co/Bx87rE0vVf
— ANI (@ANI) March 14, 2019
प्रज्वल उस समय रो पड़े, जब देवगौड़ा ने उन्हें उम्मीदवार घोषित किया और रेवन्ना तब भावुक हुए जब विधायक बालकृष्ण इस बार हासन सीट से देवगौड़ा के चुनाव नहीं लड़ने का जिक्र कर रहे थे। बाद में बातचीत में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, मांड्या में उनके पोते निखिल की उम्मीदवारी को लेकर पैदा किए गए विवाद से वह बेहद दुखी हैं। उन्होंने कहा, मांडया से निखिल को उम्मीदवार बनाने का फैसला जेडीएस नेताओं का था। मैंने घोषणा नहीं की थी। मुझे बहुत दुख हुआ है, वे कह रहे हैं कि निखिल वापस जाओ। देवगौड़ा ने कहा, मैं मांडया जाऊंगा। उन्हें वापस जाओ के नारे लगाने दें। मैंने 60 बरसों में किसके लिए लड़ाई लड़ी है। मैं मांडया के लोगों के सामने सारी बातें रखूंगा।
If "CRYING" was an art Sri. @H_D_Devegowda his family would hold the record for mastering the "Art Of Crying" to constantly fool people for decades.
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) March 13, 2019
Matter of the fact is
Before elections Deve Gowda his family cries.
After elections people who vote this family cries. pic.twitter.com/7J8RcqYUO3
वहीं बीजेपी ने देवेगौड़ा पर निशाना साधते हुए देवगौड़ा की भावुकता को ड्रामा करार दिया है। बीजेपी ने देवगौड़ा और उनके परिवार के भावुक होने वाला वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया है, 2019 के चुनावों के लिए पहला ड्रामा शुरू। बीजेपी का कहना है कि, यदि रोना एक कला है तो एचडी देवगौड़ा और उनका परिवार दशकों से लगातार लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए रोने की कला का इस्तेमाल करने में माहिर है। तथ्य यह है कि चुनावों से पहले देवगौड़ा और उनका परिवार रोता है और चुनावों के बाद उनके परिवार को वोट देने वाले लोग रोते हैं।