हमारी हिंदी भाषा अब संयुक्त राष्ट्र महासभा में शामिल, यूएन वेबसाइट पर अब हिंदी में मिल सकेगी जानकारी
हिंदी का बढ़ा मान हमारी हिंदी भाषा अब संयुक्त राष्ट्र महासभा में शामिल, यूएन वेबसाइट पर अब हिंदी में मिल सकेगी जानकारी
- हिंदी के शामिल हुई उर्दू और बांग्ला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बहुभाषावाद पर भारत के हिंदी प्रस्ताव को पारित कर, अपनी भाषाओं में हिंदी को भी शामिल कर लिया है। यूएन के 1946 में प्रस्तावित पास के प्रस्ताव के 13 (1) के तहत कहा गया है कि यूएन के उद्देश्य को तब तक प्राप्त नहीं किया जा सकता जब तक कि दुनिया के लोगों को इसकी जानकारी नहीं हो जाती। इसी उद्देश्य के तहत इन भाषाओं को शामिल किया गया है।
आपको बता दें यूएन ने पहली बार माना है कि संयुक्त राष्ट्र के कामकाज में हिंदी व अन्य भाषाओं को बढ़ावा देने की जरूरत है। भारत के लिए इसे एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक पूरे विश्व में 26 करोड़ से अधिक लोग हिंदी बोलते है। इन देशों में भारत, नेपाल, मॉरिशस, फिजी, गयाना, सूरीनाम , अमेरिका, जर्मनी, सिंगापुर, न्यूजीलैंड में हिंदी बोलने वाले लोग रहते हैं।
UNGA में आधिकारिक भाषाओं के मायने
यूएन असेंबली में अभी तक छह भाषाओं को आधिकारिक भाषाओं का दर्जा दिया गया है। जिनमें अंग्रेजी, फ्रेंच,अरबी, चीनी, रूसी और स्पेनिश भाषाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र सचिवालय की कामकामी भाषाओं में अंग्रेजी और फ्रेंच शामिल हैं। लेकिन अब इसमें हिंदी को भी शामिल कर लिया गया है। इसका साफ मतलब है अब से यूएन की वेबसाइट पर हिंदी में भी जानकारी प्राप्त हो सकेगी। इसके लिए भारत कई सालों से प्रयास कर रहा था जिस पर अंतत: कल शुक्रवार को सफलता मिल गई। हालांकि यूएन के संकल्पित प्रस्ताव में पहली बार बांग्ला और उर्दू का भी जिक्र किया है।
पिछले महीने ही भारत सरकार ने यूएन में हिंदी को आधिकारिक मान्यता दिलाने और उसके इस्तेमाल को लेकर यूएन को आठ लाख अमेरिकी डॉलर का सहयोग प्रोवाइड कराया था।