‘द वायर’ की बढ़ी आफत, जय शाह मामले में रिपोर्टर और संपादकों के खिलाफ समन जारी

‘द वायर’ की बढ़ी आफत, जय शाह मामले में रिपोर्टर और संपादकों के खिलाफ समन जारी

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-24 18:28 GMT
‘द वायर’ की बढ़ी आफत, जय शाह मामले में रिपोर्टर और संपादकों के खिलाफ समन जारी

डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। गुजरात की एक कोर्ट ने मंगलवार को "द वायर" के रिपोर्टर और संपादकों के खिलाफ समन जारी किया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह द्वारा ठोके गए मानहानि के मुकदमें पर कोर्ट द्वारा यह कार्रवाई की गई है। गौरतलब है कि द वायर की एक रिपोर्ट में केन्द्र में मोदी सरकार बनने के बाद जय शाह की कंपनी का एक साल का टर्न ओवर 5000 से बढ़कर 80 करोड़ होने की बात कही गई थी।

जय शाह द्वारा इस मामले में आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज किया गया था। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने रिपोर्टर और संपादकों को 13 नवंबर के पहले कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा है। इस मामले में कुल 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इनमें रिपोर्टर रोहिणी सिंह, संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वर्दराजन, सिद्धार्थ भाटिया और एमके वेणु, पब्लिक एडिटर पैमेला फिलिपोज, प्रबंधकीय संपादक मोनोबीना गुप्ता और एनजीओ "द फाउंडेशन फॉर इंडिपेंडेंट जर्नलिज्म" के नाम शामिल हैं।

‘द वायर’ की रिपोर्ट

"द वायर" की स्टोरी में ये दावा किया गया था कि मोदी सरकार बनने के बाद जय शाह की कंपनी के टर्नओवर में एक साल में 16,000 गुना तक इजाफा हुआ है। ‘द वायर’ ने अपनी खबर में कहा था कि कंपनी टेम्पल इन्टरप्राइजेज के टर्नओवर में उछाल की वजह 15.78 करोड़ रुपये का अनसेक्योर्ड लोन है। यह लोन राजेश खंडवाल की KIFS फिनांशियल सर्विसेज फर्म द्वारा दिया गया है। राजेश खंडवाल भाजपा के राज्यसभा सांसद और रिलायंस इंडस्ट्रीज के टॉप एग्जिक्यूटिव परिमल नथवानी के समधी हैं। दूसरी बात यह है कि KIFS फिनांशियल सर्विसेज ने 15.78 करोड़ का लोन दिया है, जबकि उनकी खुदकी कुल सालाना आय ही 7 करोड़ रुपए थी।

पीयूष गोयल ने "द वायर" की रिपोर्ट को बताई थी फर्जी

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर वेबसाइट "द वायर" की रिपोर्ट को झूठा और अमित शाह की छवि ख़राब करने वाला बताया था। प्रेस कांफ्रेंस में गोयल ने वेबसाइट के संपादक और रिपोर्टर के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करने का एलान किया था।
 
जय शाह ने दी थी ये सफाई

जय शाह ने अपनी सफाई में कहा था कि वेबसाइट ने झूठ दिखाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा था कि मेरे और मेरे पिता की छवि खराब करने की कोशिश की गई है। मेरी कंपनी ने सारे काम कानून के दायरे में रहकर ही किए हैं। हमारे द्वारा कोई गलत काम नहीं किया गया है। हमने बैंक से लोन भी व्यवसायिक नियमों के अनुसार ही लिया है, जिसकी किश्त भी बकायदा चेक के द्वारा अदा की गई है। जय अमित शाह ने इसके बाद इस मामले में 100 करोड़ रुपए का आपराधिक मानहानि का केस दायर कराया था।

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