त्रिपुरा ने गलत 'माणिक' पहन लिया है, इसे उतारोगे तो भाग्य बदलेगा: PM
त्रिपुरा ने गलत 'माणिक' पहन लिया है, इसे उतारोगे तो भाग्य बदलेगा: PM
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को त्रिपुरा के सोनामुरा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि "जब जनता बोलती है, तो सरकारें चुप हो जाती हैं। त्रिपुरा में अब विकास का युग आने वाला है।" पीएम ने आगे कहा कि "त्रिपुरा के लोगों ने गलत माणिक पहन लिया है। जब तक इसे उतारोगे नहीं, तब तक भाग्य नहीं बदलेगा।" इसके साथ ही पीएम ने माणिक सरकार पर जनता को धोखा देने का आरोप भी लगाया। बता दें कि इसके बाद पीएम मोदी कैलाशहार में भी एक रैली करने वाले हैं।
माणिक उतारो, भाग्य बदलेगा
त्रिपुरा के सोनामुरा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि "माणिक सरकार ने जनता के साथ धोखा किया है। लोगों को सफेद कुर्ता दिखाया, अंदर का काला मैल नहीं।" पीएम ने कहा कि "जादूगर सरकार के मायाजाल ने लोगों को बर्बाद किया है, लेकिन अब त्रिपुरा में विकास का युग आने वाला है।" उन्होंने कहा कि "त्रिपुरा ने गलत माणिक पहन लिया है, जब तक आप ये गलत माणिक नहीं उतारोगे, तब तक त्रिपुरा का भाग्य नहीं बदलेगा।" पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार की मदद के बावजूद त्रिपुरा के लोगों का विकास नहीं हुआ है।
माणिक सरकार को सजा मिलनी चाहिए
पीएम मोदी ने आगे कहा कि "माणिक सरकार पिछले 25 सालों से सत्ता में है, लेकिन लोगों के लिए कुछ नहीं किया है। माणिक सरकार ने अभी तक 7वां वेतनमान लागू क्यों नहीं किया? लोगों को उनके हक का पैसा नहीं मिला। ये किसी अपराध से कम नहीं है और उन्हें इस अपराध की सजा मिलनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि "मैं हैरान हूं कि 1996 के बाद से त्रिपुरा में वेतन में कोई सुधार नहीं हुआ है। देश के किसी दूसरे कोने में ऐसा होता है, तो ये लाल झंडा लेकर निकल पड़ते हैं और आग लगा देते हैं।" पीएम ने कहा कि "त्रिपुरा के विकास के लिए केंद्र सरकार 80 फीसदी मदद करती है, लेकिन इसके बावजूद यहां विकास नहीं हुआ है।"
15 फरवरी को रोड शो भी करेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को पहली बार त्रिपुरा में रैली किसी चुनावी रैली को संबोधित करने वाले हैं। आखिरी बार पीएम मोदी ने यहां 3 दिसंबर 2014 को पॉवर प्लांट का उद्घाटन किया था। इसके साथ ही 15 फरवरी को अगरतला में भी एक रोड शो करने वाले हैं। बता दें कि त्रिपुरा में बीजेपी ने एनसी डेब्बारामा की इंडिजिनियस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के साथ गठबंधन किया है। बताया जा रहा है कि त्रिपुरा की 60 विधानसभा सीटों में से 51 सीटों पर बीजेपी अपने उम्मीदवार उतारेगी, जबकि 9 सीटों पर पार्टी के सहयोगी दल अपने उम्मीदार खड़े करेंगे।
PM Shri @narendramodi will address public meetings in Tripura today. Dial 09345014501 to hear him LIVE. Watch LIVE at https://t.co/vpP0MInUi4 and https://t.co/jtwD1z6SKE pic.twitter.com/LQSdD9DZ5T
— BJP (@BJP4India) 8 February 2018
बीजेपी ने लॉन्च की है किताब
बीजेपी ने त्रिपुरा में माणिक सरकार को घेरने के लिए एक किताब लॉन्च की है। इस किताब का नाम "माणिक सरकार- दृश्यम और सत्यम" है। इस किताब के जरिए बीजेपी माणिक सरकार की नाकामियों को बताने की कोशिश कर रही है और माणिक सरकार को घेर रही है। किताब की लॉन्चिंग के दौरान बीजेपी के नेशनल जनरल सेक्रेटरी राम माधव ने कहा था कि "दूर-दराज क्षेत्र होने के कारण त्रिपुरा की गूंजे किसी को सुनाई नहीं पड़ती हैं। त्रिपुरा में एक के बाद एक राजनीतिक हत्याएं हो रही हैं। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। त्रिपुरा की माणिक सरकार विकास कम और दिखावा ज्यादा करती है।"
क्या सिर्फ "किताब" के जरिए त्रिपुरा की जंग जीत पाएगी बीजेपी?
त्रिपुरा में 1998 से माणिक सरकार
त्रिपुरा में 60 विधानसभा सीटें हैं और यहां का कार्यकाल 13 मार्च को खत्म हो रहा है। त्रिपुरा में कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है और माणिक सरकार 1998 से यहां के मुख्यमंत्री हैं। पिछले चुनावों में CPI(M) ने 60 में से 51 सीटें जीती थी और कांग्रेस सिर्फ 9 सीटों पर ही कब्जा कर पाई थी। जबकि बीजेपी का खाता भी नहीं खुला था।
1978 में लेफ्ट की सबसे बड़ी जीत
1978 में लेफ्ट पार्टी ने सबसे बेहतरीन जीत हासिल की थी और राज्य की 60 में से 56 सीटों पर जीत हासिल की थी। 1978 के जैसा करिश्मा लेफ्ट पार्टी दोबारा कभी नहीं कर सकी। हालांकि इसके बाद 1988-93 के दौरान लेफ्ट सत्ता से दूर रही। इसके बाद 1993 से लेफ्ट की ही राज्य में सरकार है। माणिक सरकार ने 2013 के विधानसभा चुनावों में 2008 के मुकाबले एक सीट ज्यादा जीतते हुए 50 का आंकड़ा छुआ था।
मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड में चुनाव तारीखों का एलान, 3 मार्च को आएंगे नतीजे
त्रिपुरा में कब है वोटिंग?
त्रिपुरा की 60 विधानसभा सीटों के लिए 18 फरवरी को वोटिंग होनी है, जबकि इसके नतीजे 3 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
इस साल 8 राज्यों में होने हैं चुनाव
बीते साल 7 राज्यों में चुनाव हुए और 6 राज्यों में बीजेपी की सरकार बनी। अब साल 2018 में 8 राज्यों में चुनाव होने हैं। इनमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में नवंबर-दिसंबर में चुनाव है और इन तीनों राज्यों में बीजेपी की सरकार है। जबकि त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में फरवरी में चुनाव हैं और 3 मार्च क नतीजे घोषित हो जाएंगे। इसके साथ ही इसी साल कर्नाटक में भी चुनाव होने हैं, जहां कांग्रेस की सरकार है। मिजोरम में भी इस साल चुनाव होने हैं।