रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर मलविंदर-शिविंदर सिंह के ठिकानों पर ED का छापा
रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर मलविंदर-शिविंदर सिंह के ठिकानों पर ED का छापा
- : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को मनी लांड्रिंग मामले में पूर्व रैनबैक्सी के सीईओ मालविंदर मोहन सिंह और उनके भाई शिविंदर सिंह के आवासीय परिसर पर छापा मारा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रैनबैक्सी के पूर्व सीईओ मलविंदर मोहन सिंह और उनके भाई शिविंदर सिंह के ठिकानों पर छापा मारा। ईडी ने उनके खिलाफ धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत मामला दर्ज करने के बाद छापेमारी की है। दोनों पर यह कार्रवाई रेलीगेयर एंटरप्राइजेज और फोर्टिस हेल्थकेयर में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप की गई है।
Delhi: Enforcement Directorate (ED) is conducting raids at residences of Former Ranbaxy CEO Malvinder Mohan Singh and Shivinder Mohan Singh. pic.twitter.com/6kpMUMUf4K
— ANI (@ANI) August 1, 2019
पिछले साल दिसंबर में रेलीगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड ने मलविंदर और शिविंदर के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत की थी। इस साल मई में दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। उन पर करीब 740 करोड़ रुपए का फ्रॉड करने का आरोप है। इस मामले में संज्ञान लेते हुए ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।
मलविंदर और शिविंदर दोनों भाइयों का जापान की दवा कंपनी दाइची सैंक्यो से भी विवाद चल रहा है। 4,000 करोड़ रुपए के भुगतान विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल में दोनों भाइयों से कहा था, आदेश का उल्लंघन किया तो जेल भेज दिए जाएंगे। दाइची सैंक्यो आर्बिट्रेशन अवॉर्ड को लागू करवाने के लिए कोर्ट में लड़ रही है। सिंगापुर ट्रिब्यूनल में उसने 2016 में केस जीता था। दाइची ने 2008 में मलविंदर और शिविंदर सिंह से रैनबैक्सी को खरीदा था। बाद में उसने आरोप लगाया कि, सिंह ब्रदर्स ने रैनबैक्सी के बारे में अहम जानकारियां छिपाई। जिसके बाद उसने सिंगापुर ट्रिब्यूनल में शिकायत की थी। पिछले साल फरवरी में दोनों भाइयों जो फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रमोटर भी थे उन्होंने कंपनी के निदेशक मंडल से अपना इस्तीफा दे दिया था।