आंध्र प्रदेश में दलित महिला के सरेआम कपड़े फाड़े, TDP नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज
आंध्र प्रदेश में दलित महिला के सरेआम कपड़े फाड़े, TDP नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। आंध्र प्रदेश में एक दलित महिला को सरेराह कपड़े उतरवाकर पीटने का मामला सामने आया है। विजयानगरम जिले के पेंदुर्थी ब्लॉक के जेरिपोथुलापालम गांव में यह घटना घटित हुई है। घटना मंगलवार शाम की है। पीड़ित महिला का आरोप है कि खुदाई करने से रोकने पर टीडीपी कार्यकर्ताओं ने उसे खींचा और उसके कपड़े फाड़ दिए। महिला ने बताया कि यह सब उसके साथ भूमि विवाद के चलते किया गया। महिला ने टीडीपी नेताओं पर आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि सबके सामने उसके कपड़े फाड़े गए और पिटाई की गई।
बुधवार को स्थानीय दलित संगठनों और लेफ्ट नेताओं के इस मामले में महिला के साथ आकर शिकायत दर्ज कराई। दलित और लेफ्ट संगठन ने इस दौरान आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया। पुलिस ने इस मामले में अब तक छह लोगों को हिरासत में लिया है। मामला दर्ज किए जाने के बाद इसकी जांच चल रही है।
एसीपी अर्जुन ने इस मामले में कहा है कि महिला ने खुदाई करने वाले को रोकने की कोशिश की थी, जिसके बाद उन लोगों ने उसके साथ बदसलूकी की। एसीपी ने कहा, "महिला के शिकायत दर्ज कराने के बाद हमने भारतीय दंड संहिता की धारा 354 अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।" हालांकि एसीपी ने टीडीपी नेताओं के हमले में शामिल होने से इंकार किया है।
जिस जमीन पर विवाद हुआ है वह विवादित जमीन आंध्र प्रदेश की एक बॉटलिंग कंपनी की बताई जा रही है। दलित समुदाय ने दावा किया है कि एनटीआर विद्यानंदा योजना के तहत राजस्व अधिकारियों द्वारा उन्हें जमीन आवंटित की गई थी। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि यहां 14 दलित परिवार रहते हैं और खेती करते हैं। सरकार ने उन्हें करीब एक दशक पहले यह भूमि दी थी।