नोटबंदी पर फिर बिफरे सिन्हा, तुगलक से कर डाली पीएम की तुलना
नोटबंदी पर फिर बिफरे सिन्हा, तुगलक से कर डाली पीएम की तुलना
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। भीजेपी के वरिष्ठ नेता और अटल बिहारी बाजपेयी के वक्त वित्तमंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले पर निशाना साधा है। नोटबंदी की आलोचना करते हुए सिन्हा ने कहा कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था को 3.75 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इतना ही नहीं सिन्हा ने पीएम मोदी की तुलना 14वीं सदी के दिल्ली के सुल्तान मोहम्मद बिन तुगलक से कर डाली। सिन्हा ने कहा कि " देश में बहुत सारे ऐसे शासक हुए हैं जो अपनी मुद्रा लेकर आए। कुछ ने नई मुद्रा को चलन में लाने के साथ-साथ पहले वाली मुद्रा का भी चलन जारी रखा, लेकिन 700 साल पहले एक शहंशाह मोहम्मद बिन तुगलक था जो नई मुद्रा लेकर आया और पुरानी मुद्रा के चलन को समाप्त कर दिया।"
सिन्हा ने आगे कहा "दिल्ली की गद्दी पर राज करने वाला तुगलक अपने विवादित कदमों के लिए जाना जाता है। तुगलक ने अपनी सल्तनत की राजधानी दिल्ली से दौलताबाद कर दी थी। इसके अलावा तुगलक ने ही मानक करंसी की शुरुआत की थी। पहले सोने और चांदी के सिक्के ही चलते थे, लेकिन तुगलक ने तांबे के सिक्कों का चलन शुरू किया था।
आप को बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री सिन्हा नोटबंदी को ले कर लगातार मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। इससे पहले भी यशवंत सिन्हा ने जीएसटी और नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार पर देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था।
सिन्हा GST को लेकर भी साधते आए हैं निशाना
नोटबंदी और जीएसटी जैसी आर्थिक नीतियों पर सिन्हा पिछले कई दिनों से वित्त मंत्री अरुण जेटली पर हमला करते रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि जेटली ने जीएसटी को लागू करते समय दिमाग नहीं लगाया। पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने जेटली का इस्तीफा भी मांग चुके हैं।
GST की विफलताओं का जिक्र करते हुए सिन्हा ने कहा कि देशवासियों को हुई मुश्किलों के लिए जेटली को पद से इस्तीफा देना चाहिए, साथ ही उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता को जेटली बोझ लगते हैं। आपको बता दें कि अरुण जेटली गुजरात से ही राज्यसभा सदस्य चुने गए हैं।
मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना कर रहे सिन्हा ने आरोप भी लगाया कि सभी पहलुओं पर विचार किये बिना ही जीएसटी को लागू कर दिया गया। सिन्हा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को नोटबंदी और GST के रूप में एक के बाद एक दो झटके लगे हैं।