बिप्लब देब ने फिर दिया विवादित बयान, रवींद्रनाथ टैगोर को लेकर कही ये बात
बिप्लब देब ने फिर दिया विवादित बयान, रवींद्रनाथ टैगोर को लेकर कही ये बात
डिजिटल डेस्क, अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। इस बार उन्होंने रवींद्रनाथ टैगोर को मिले नोबेल पुरस्कार को लेकर गलत बयानी कर दी है। उन्होंने उदयपुर में टैगोर की जयंती पर श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि टैगोर ने अंग्रेजों का विरोध करते हुए अपना नोबेल पुरस्कार लौटा दिया था। बिप्लब के इस बयान को लेकर उनकी सोशल मीडिया पर खूब निंदा हो रही है, इसके साथ ही मजाक भी उड़ाया जा रहा है।
बयानों से सुर्खियों में बने बिप्लब देब
दरअसल नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कवि, उपन्यासकार, नाटककार, चित्रकार, और दार्शनिक रवींद्रनाथ टैगोर ने जलियांवाला बाग हत्याकांड के विरोध में ब्रिटिश सम्राट की तरफ से मिली नाइटहुड की उपाधि को तो लौटा दिया था, लेकिन उन्होंने स्वीडिश अकादमी द्वारा दिए गए नोबेल पुरस्कार को कभी नहीं लौटाया था। सीएम बिप्लब लगातार अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बने हुए हैं।
लगातार दिए अजीबोगरीब बयान
बीते दिनों उन्होंने महाभारत काल में इंटरनेट की मौजूदगी बताने से लेकर मिस वर्ल्ड के लिए 21 साल पहले भारतीय सुंदरी डायना के चयन जैसे बयान दिए हैं। वह लगातार अजीबोगरीब बयान दे रहे हैं। इससे पहले उन्होंने युवाओं को नौकरियों के बदले पान की दुकान खोलने की सलाह दी थी। 29 अप्रैल को उन्होंने कहा कि, युवा कई सालों तक राजनीतिक दलों के पीछे सरकारी नौकरी के लिए पड़े रहते हैं, वह अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय यहां-वहां दौड़-भाग कर सरकारी नौकरी की तलाश में बर्बाद करते हैं। इससे अच्छा वह पान की दुकान लगा लें तो उनके बैंक खाते में अब तक 5 लाख रुपए जमा होते।
उन्होंने युवाओं को यहां तक नसीहत दे डाली कि प्रधानमंत्री के मुद्रा योजना के तहत बैंक से लोन लेकर पशु संसाधन क्षेत्र के विभिन्न परियोजनाओं को शुरू करके स्वयं रोजगार का सृजन करें। बिप्लब देव ने सिविल सर्विसेज की परीक्षा को लेकर भी कहा था कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले लोगों को सिविल सेवाओं का चयन नहीं करना चाहिए।
नाखून नोंचने भी दे चुके धमकी
बिप्लब देब ने एक कार्यक्रम में धमकी भरे अंदाज में कहा था कि "मेरी सरकार में दखल देने वालों के नाखून नोच लिए जाएंगे"। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ऐसी नहीं होनी चाहिए की कोई भी आकर उसमें उंगली मार दे। मेरी सत्ता को कोई हाथ नहीं लगा सकता, सरकार का मतलब बिप्लब देब नहीं है। सरकार माने पब्लिक, मेरी जनता के ऊपर कोई हाथ नहीं लगा सकता है।